coronavirus का टीका बनाने की दिशा में बड़ी सफलता, Spike प्रोटीन बनाने में मिली कामयाबी
नई दिल्ली। चीन में फैले जानलेवा कोरोना वायरस की वजह से अब तक सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। लेकिन इस वायरस को लेकर वैज्ञानिकों को बड़ी सफलता हाथ लगी है। जानकारी के अनुसार वैज्ञानिकों ने पहला 3डी एटोमिक स्केल मैप तैयार कर लिया है। दावा किया जा रहा है कि कोरोना वायरस से निपटने की राह में वैज्ञानिकों को यह बड़ी सफलता हाथ लगी है। इस के जरिए कोरोना वायरस से लोगों को बचाने के लिए वैक्सिनेशन तैयार किया जा सकता है। बता दें कि कोरोना वायरस के चलते दुनियाभर में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मेडिकल इमरजेंसी घोषित कर दी है।
बड़ी सफलता
बता दें कि फिलहाल कोरोना वायरस का अभी तक कोई इलाज नहीं है और ना ही इससे बचने का कोई वैक्सिनेशन है। ऑस्टिन स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सस के असोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर जेसन मैकलेलन की अगुवाई में कोरोना वायरस से निपटने के लिए मैपिंग की गई, जिसे स्पाइक प्रोटीन का नाम दिया गया है। यह टीम पिछले काफी समय से कोरोना वायरस पर शोध कर रही थी, उसका कहना है कि इस वैक्सिनेशन से निपटने और एंटीवायरल ड्रग बनाने की दिशा में यह एक बड़ी सफलता है।
वैज्ञानिकों को पहले से थी जानकारी
मैकलेलन ने बताया कि जैसे ही हमे पता चला कि यह कोरोना वायरस है, हमने सोचा कि जल्द से जल्द इस दिशा में काम करने की जरूरत है। हमे इस बारे में सटीक पता था कि इसके लिए किस तरह के म्यूटेशन की जरूरत है, क्योंकि हमने पहले ही इस तरह के म्यूटेशन देख चुके हैं। अमेरिकी वैज्ञानिकों का दावा है कि हम वायरस के जेनेटिक कोड का अध्ययन कर रहे हैं, इसके बाद स्टेबलाइजर सैंपल बनाया जाएगा, इसे स्पाइक प्रोटीन कहते हैं। टीम ने कटिंग एज तकनीक से स्पाइक प्रोटीन की इमेज तैयार की है, जिसके बाद इसके निष्कर्ष को साइंस जनरल में प्रकाशित करवाया जाएगा।
सैकड़ों लोगों की मौत
बता दें कि चीन के वुहान शहर से फैला घातक कोरोना वायरस ने अब तक कुल 2112 लोगों की जिंदगी छीन ली है। चीन में फैले कोरोना वायरस के घातक परिमाण से पूरा विश्व खौफज़दा है, लोग सामान्य खांसी, जुकाम और ख़राश से घबड़ाकर कोरोना वायरस के संक्रमण से घबराए हुए हैं। रोचक तथ्य है कि अभी तक कोरोना वायरस से हुई 2112 मौतों में से सिर्फ 8 की मौत चीन के बाहर हुईं है। सुखद बात यह है कि भारत में अभी किसी भी संदिग्ध मरीज की मौत घातक कोरोना वायरस से नहीं हुई है। भारत में केरल में सबसे पहले दो नर्सों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की रिपोर्ट मिली थी, लेकिन अब दोनों मरीज पूरी तरह ठीक हो गई हैं और उन्हें डिस्चार्ज भी कर दिया है। इसी तरह दिल्ली और जयपुर में कई संदिग्ध कोरोना वायरस पीड़ितों की पहचान की गई थी, लेकिन उनके भी तबियत बेहतर