कोरोना महामारी के खत्म होने की भविष्यवाणी, जानिए चीन के एक्सपर्ट ने क्या किया दावा
नई दिल्ली, 16 जनवरी: कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला जब 2019 के आखिर में चीन के वुहान शहर में आया था तो दुनिया को शायद ही जरा भी अंदाजा लग पाया था कि यह बीमारी पूरी मानवता को चौपट करने वाली है। हालांकि, आधिकारिक तौर पर तो इसकी घोषणा करने में संदेहात्मक तौर पर काफी देरी की गई थी। अब एक बार फिर चीन से ही इस जानलेवा महामारी के खत्म होने की भविष्यवाणियां भी शुरू हो गई हैं। चीन के एक बड़े संक्रामक रोग विशेषज्ञ ने दावा किया है कि यह सर्दी इस घातक वायरस की आखिरी सर्दी हो सकती है। गौरतलब है कि कोरोना वायरस की पैदाइश को लेकर चीन आज भी संदेह के घेरे में है, इसलिए अगर चीन के वैज्ञानिक इस तरह का दावा कर रहे हैं, तो उसकी ओर ध्यान जाना बहुत ही स्वाभाविक है।

कोरोना वायरस महामारी के खत्म होने की भविष्यवाणी
चीन के एक बड़े संक्रामक रोग विशेषज्ञ ने भविष्यवाणी की है कि उन्हें पूरा यकीन है कि कोविड-19 महामारी इस साल के अंत तक खत्म हो जाएगी। शंघाई के बड़े संक्रामक रोग विशेषज्ञ झांग वेंगहोंग ने चीन के एक मीडिया ग्रुप को शनिवार को बताया है कि, 'मुझे अभी भी 2022 के अंत तक कोविड-19 महामारी के खत्म होने का बहुत ज्यादा भरोसा है।' उन्होंने कहा है कि 'यह आखिरी 'सर्दी का मौसम' हो सकता है।' दरअसल, चीन कोविड महामारी की यह तीसरी सर्दी झेल रहा है और वहां कई बड़े शहरों की करोड़ो आबादी अभी भी सख्त लॉकडाउन की चपेट में है।

कोविड महामारी के अंत की क्यों की है भविष्यवाणी ?
वेंगहोंग का कहना है कि चाहे हर्ड इम्यूनिटी की वजह से हो या फिर वैक्सीन की वजह से विकसित होने वाली रोग-प्रतिरोधी क्षमता के चलते या फिर 2022 में लॉन्च होने वाली इसकी नई दवाइयां, महामारी का अंत नजदीक है। जब उनसे डेल्टा और ओमिक्रॉन जैसे वेरिएंट की चिंताओं पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ये तो केवल वायरस के म्यूटेशन हैं और विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक सभी वायरस समय के साथ बदलते रहते हैं।

भविष्य के म्यूटेशन के बारे में क्या कहा ?
अभी जिस कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया तबाह है वह SARS-CoV-2 (कोविड-19) है। जब झांग से यह सवाल किया गया कि यदि SARS-CoV-2 दूसरे कोरोना वायरस के साथ म्यूटेट करता है तो वह कितना खतरनाक हो सकता है, तो उन्होंने पूरे दावे के साथ कहा कि, 'इसकी संभावना नहीं के बराबर है।' वो बोले कि 'मुझे भरोसा है कि हमने कोविड-19 से निपटने में जो अनुभव हासिल किया है, उससे हम इसका सामना करने में सक्षम होंगे, चाहे भविष्य में वायरस कैसे भी म्यूटेट करे।'

दुनिया भर में 31,86,48,834 लोग हुए संक्रमित
विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के मुताबिक इस साल 14 जनवरी को शाम करीब 6 बजे तक दुनिया भर में कोविड-19 से 31,86,48,834 लोग संक्रमित हो चुके थे और 55,18,343 लोगों की जान इस वायरस की वजह से जा चुकी थी। वहीं 13 जनवरी तक दुनिया भर 9,28,30,76,642 कोविड वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी थी।
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भारत में कोविड के 2,71,202 नए संक्रमण
अगर देश की बात करें तो स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से रविवार सुबह जारी आंकड़ों के मुताबिक इस समय भारत में जो कोरोना महामारी की तीसरी लहर चल रही है, उसमें बीते 24 घंटों में नए संक्रमण के 2,71,202 मामले सामने आए हैं और ऐक्टिव केस लोड बढ़कर 15,50,377 हो चुके हैं। इसमें उम्मीद की एक बड़ी किरण ये भी है कि भारत में अबतक कोविड वैक्सीन की 156.76 डोज लगाई जा चुकी है। रविवार को भारत में वैक्सीन अभियान के एक साल भी सफलतापूर्वक पूरे हो गए हैं।