बृहस्पति के 12 नए चंद्रमा खोजे गए, अब बढ़कर 79 हुए
वॉशिंगटन। खगोलशास्त्रियों ने सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति के 12 नये चंद्रमाओं की खोज की है और इसके साथ ही इस विशाल ग्रह के कुल चन्द्रमाओं की संख्या बढ़कर अब 79 हो गई है जो सौर मंडल के किसी भी ग्रह की तुलना में सबसे अधिक है। खगोलशास्त्रियों ने कहा ये एक बड़ी जानकारी है। इस श्रृंखला में बृहस्पति के बाद शनि का स्थान है, जिसके पास 61 चांद है। वृहस्पति ग्रह के बारे में जानकारी अमेरिका कार्नेगी विज्ञान संस्थान की ओर से दी गई है।
बृहस्पति के पास चांद की संख्या 79
जिसने इस बारे में एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है, जिसमें लिखा है कि संस्थान के खगोल शास्त्री प्लूटो से आगे के बड़े ग्रह की तलाश कर रहे थे तब उनके सामने ये बात आई की बृहस्पति के पास चांद की संख्या 79 है। संस्थान ने कहा कि आकाश में बृहस्पति हमारी उस खोज क्षेत्र के नजदीक स्थित था जहां हम बहुत दूर स्थित सौर मंडल के पिंड को तलाश रहे थे। इसी बीच हमें बृहस्पति के चारों तरफ हमें चंद्रमा नजर आए।
खास बातें
बृहस्पति सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है। यह एक गैस दानव है जिसका द्रव्यमान सूर्य के हजारवें भाग के बराबर होता है और सौरमंडल में मौजूद अन्य सात ग्रहों के कुल द्रव्यमान का ढाई गुना है। बृहस्पति को शनि, अरुण और वरुण के साथ एक गैसीय ग्रह के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इन चारों ग्रहों को बाहरी ग्रहों के रूप में जाना जाता है।
देवता Jupiter के नाम पर ग्रह का नाम
रोमन सभ्यता ने अपने देवता Jupiter के नाम पर इसका नाम रखा था। बृहस्पति ग्रह 90% हाइड्रोजन, 10% हीलियम और कुछ मात्रा में मिथेन, पानी, अमोनिया और चट्टानी कणों से मिलकर बना हुआ है।
सौरमंडल का 'वैक्युम क्लीनर'
बृहस्पति ग्रह को सौरमंडल का 'वैक्युम क्लीनर' भी कहा जाता हैं यह पृथ्वी को विनाशकारी हमलों से बचाता हैं।बृहस्पति ग्रह की कोई जमीन नहीं हैं यह पूरी तरह गैस के बादलों से बना हुआ ग्रह हैं। बृहस्पति ग्रह पर आज तक 7 यान भेजे जा चुके हैं।
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