ब्रेक्जिट के बाद बड़ी डील, ब्रिटेन और यूरोपियन यूनियन के बीच हुआ ऐतिहासिक समझौता
ब्रसेल्स। ब्रेक्जिट होने के बाद शुक्रवार को ब्रिटेन और यूरोपियन यूनियन (ईयू) के बीच पहली बार ऐतिहासिक समझौता हुआ है। ब्रिटेन और ईयू ने वार्ता कर कई समझौते पर आपसी सहमति बनाई है। वार्ता से पहले यूरोपीयन यूनियन ने ब्रिटेन के सामने आयरिश सीमा, वित्तीय समझौता और ब्रिटेन में रहने वाले यूरोपीय संघ के नागरिकों के अधिकार के मामले सामने रखे थे। इस समझौते में ब्रिटेन को यूरोपियन यूनियन के सभी कानूनों को मानना होगा, जिसमें बजट से जुड़ी प्रतिबद्धताओं को भी पूरा करना होगा। हालांकि, वह यूरोपियन यूनियन के लिए फैसले लेने की प्रक्रिया में शामिल नहीं होगा।
वहीं, यूके की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने ईयू के अध्यक्ष जीन-क्लाउड जंकर से बातचीत कर आयरिश सीमा के बारे में कहा कि उत्तरी आयरलैंड में ऐसी कोई सीमा कोई सीमा नहीं बनाई जाएगी, जो ईयू और उत्तरी आयरलैंड को अलग करती है। थेरेसा ने कहा, 'समझौते का महत्वपूर्ण हिस्सा यह सुनिश्चित करना था कि 29 मार्च, 2019 को यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के हटने के बाद ब्रिटिश-शासित उत्तरी आयरलैंड और ईयू के सदस्य आयरलैंड की सीमाओं के बीच फिर कोई चेकप्वाइंट नहीं बनाई जाएगी।'
इसके अलावा यूरोपीय नागरिकों के लिए ब्रिटेन ने ईयू से अलग होने के बदले करीब 40 (करीब 3,033 अरब रुपये) से 45 अरब यूरो (करीब 3413 अरब रुपये) देने की बात कही है। साथ ही अपने यहां रह रहे करीब 30 लाख यूरोपीय नागरिकों के हितों की रक्षा का वादा भी किया है।
यूरोपियन यूनियन से अलग होने के बाद ब्रिटेन की एतिहासिक वार्ता थी, जिसमें बहुत कुछ बदल गया है। वहीं, आयरिश पीएम ने इस ब्रिटेन और ईयू के बीच समझौते की तारीप की है।