'संस्कृति को मिटाने की कोशिश, इतिहास का सबसे अंधेरा वक्त', ‘दोस्त’ मोदी के सामने पुतिन पर बरसे बाइडेन
टोक्यो, मई 24: जापान की राजधानी टोक्यो में चल रहे क्वाड शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण को एक 'काला समय' करार दिया है। इसके साथ ही यूक्रेन पर आक्रमण को एक "वैश्विक मुद्दा" बताते हुए, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मंगलवार को कहा किस उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन, "एक संस्कृति को बुझाने" की कोशिश कर रहे हैं।

रूस पर बुरी तरह भड़के बाइडेन
क्वाड लीडर्स समिट में शुरुआती टिप्पणी में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चेतावनी दी, कि अगर रूस यूक्रेन को अपने अनाज के निर्यात करने से रोकना जारी रखता है तो वैश्विक खाद्य संकट और खराब हो सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि, ‘पुतिन ‘एक संस्कृति को बुझाने की कोशिश कर रहे हैं और यूक्रेन युद्ध सिर्फ एक यूरोपीय मुद्दा नहीं है, बल्कि ये एक वैश्विक मुद्दा है'। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि, रूस ने यूक्रेन को अनाज की सप्लाई करने से रोक रखा है और अनाज के निर्यात से रोकने से वैश्विक खाद्य संकट और खराब हो सकता है। आपको बता दें कि, बैठक में जिस वक्त जो बाइडेन रूस को वैश्विक खाद्य संकट के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे थे, उस वक्त क्वाड ग्रुप के बाकी तीन सदस्य देश भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान के प्रमुख नेता भी शामिल थे।

‘दुनिया के लिए काला समय’
क्वाड शिखर सम्मेलन में जो बाइडेन ने कहा कि, ‘यूक्रेन पर रूस के युद्ध ने मानवीय तबाही मचाई है और निर्दोष नागरिक सड़कों पर मारे गए हैं।" राष्ट्रपति बाइडेन ने क्वाड शिखर सम्मेलन में बोलते हुए कहा कि, ‘लोकतंत्र और निरंकुशता' के बीच विभाजन को उजागर होना चाहिए। वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने भाषण की शुरूआत में ये भी कहा कि, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान और भारत के बीच साझेदारी स्वास्थ्य सेवा और प्रौद्योगिकी और आपूर्ति श्रृंखला में लचीलापन लाने के लिए और इंडो-पैसिफिक में प्रमुख लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए केंद्रीय है। वहीं, क्वाड शिखर सम्मेलन में बोलते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन पर रूसी आक्रमण को दुनिया के लिए एक ‘परिवर्तनकारी पल' बताया है।

‘लोकतंत्र और निरंकुशता’
"लोकतंत्र और निरंकुशता" के बीच विभाजन को उजागर करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने भाषण के शुरूआत में ही कहा कि, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान और भारत के बीच साझेदारी स्वास्थ्य सेवा और प्रौद्योगिकी और आपूर्ति श्रृंखला लचीलापन के क्षेत्र में प्रमुख लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए केंद्रीय है। अमेरिकी राष्ट्रपति का निरंकुश शासन से मतलब चीन और रूस को लेकर ही था। क्वाड लीडर्स मीट में अपनी शुरुआती टिप्पणी में बाइडेन ने कहा कि, ‘क्वाड के पास, हमारे आगे बहुत काम है। इस क्षेत्र को शांतिपूर्ण और स्थिर रखने, कोविड महामारी से निपटने और इसके बाद और जलवायु संकट को दूर करने के लिए हमारे पास बहुत काम है'।
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