बर्नी सैंडर्स के बयान पर अमेरिकी जनरल ने ली चुटकी, बोले नक्शे में कश्मीर कहांं है यह भी नहीं पता
वॉशिंगटन। अमेरिकी चुनाव 2020 में डेमोक्रेटिक पार्टी से अपनी किस्मत आजमाने की तैयारी कर रहे बर्नी सैंडर्स ने जम्मू कश्मीर पर बयान दिया। सैंडर्स ने कहा कि जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने का जो फैसला लिया है वह पूरी तरह से अस्वीकार्य है। अब अमेरिकी सेना से रिटायर कर्नल की मानें तो सैंडर्स ने यह बात अपने पाकिस्तानी कैंपेन मैनेजर के प्रभाव में आकर कही है। सैंडर्स के बयान ने काफी विवाद पैदा कर दिया है। उन्होंने ह्यूस्टन में रैली में यह बात कही है।
कश्मीर के बारे में कुछ नहीं पता
यूएस आर्मी से रिटायर कर्नल लॉरेंस सेलिन ने कहा है कि सैंडर्स ने यह बयान अपने मैनेजर फैज शाकिर की वजह से दिया है। शाकिर पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी नागरिक हैं।सेलिन अफगानिस्तान और इराक वॉर में शामिल रहे हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि सैंडर्स, कश्मीर मसले से पूरी तरह से अनजान हैं। उन्होंने यह बयान शाकिर की वजह से दिया है। उन्होंने लिखा, 'अगर मैप पर कश्मीर को चमकीले नीले रंगों से रंग दिया जाए तो बर्नी सैंडर्स पहचान नहीं सकते हैं कि कश्मीर कहां पर है। उन्होंने यह बयान पूरी तरह से अपने पाकिस्तानी कैंपेन मैनेजर और मुस्लिम एक्टिविस्ट फैज शाकिर के प्रभाव में आकर दिया है जो पाकिस्तान को लेकर स्थिति को आक्रामक रूप से शायद आगे बढ़ा रहे हैं।'
क्या कहा था सैंडर्स ने
सैंडर्स ने ह्यूस्टन में कहा था कि कश्मीर में हालातों को लेकर बेहद चिंतित हैं। जिस रैली में सैंडर्स ने यह बात कही है वहां पर मुसलमान समुदाय के काफी लोग मौजूद थे। सैंडर्स ने इसके बाद अमेरिकी सरकार से मांग की कि वह यूनाइटेड नेशंस के प्रस्ताव के तहत इस मसले के सुलझने का समर्थन करना चाहिए। सैंडर्स नॉर्थ अमेरिका के ह्यूस्टन में इस्लामिक सोसायटी से जुड़े कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कश्मीर में मोबाइल और इंटरनेट बैन को भी तुरंत खत्म करने की मांग की। 77 साल के सैंडर्स ने कहा, 'मैं कश्मीर के हालातों को लेकर बेहद चिंतित हूं।' इसके बाद उन्होंने ट्वीट किया, 'कश्मीर में भारत की कार्रवाई पूरी तरह से अस्वीकार्य है। यहां पर कम्यूनिकेशन पर जो बैन लगा है उसे तुरंत हटाया जाना चाहिए।'