फ्लिन को लेकर ओबामा ने दी थी ट्रंप को चेतावनी लेकिन ट्रंप ने कर दिया नजरअंदाज
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को माइकल फ्लिन को देश का राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) नियुक्त करने के खिलाफ दी थी चेतावनी।
वॉशिंगटन। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चेतावनी दी थी कि वह लेफ्टिनेंट जनरल माइकल फ्लिन को देश का नया राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) ने नियुक्त न करें। लेकिन राष्ट्रपति ट्रंप ने उनकी इस चेतावनी को नजरअंदाज कर दिया था। अमेरिकी न्यूज चैनल सीएनएस की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है।
10 नवंबर को हुई थी दोनों की मीटिंग
ओबामा और ट्रंप की 10 नवंबर को व्हाइट हाउस में मुलाकात हुई थी। चुनाव जीतने के बाद ट्रंप और ओबामा पहली बार आमने-सामने आए थे। ओबामा एडमिनिस्ट्रेशन के पूर्व अधिकारी की ओर से इसकी जानकारी दी गई है। मीटिंग के दौरान ही ओबामा ने ट्रंप को आगाह किया था कि वह यह कदम न उठाएं लेकिन ट्रंप ने ओबामा की चेतावनी को नजरअंदाज करके उन्हें एनएसए नियुक्त कर लिया था। फ्लिन को ट्रंप ने रूस के साथ संपर्क रखने के मामले में जानकारी छिपाने के मामले में और झूठ बोलने की वजह से हटा दिया गया है। अब सीनेट के सामने फ्लिन को पेश होना है और इस बात की पूरी संभावना है कि उनसे इस बात को लेकर सवाल किए जाएंगे कि उन्होंने रूस के राजदूत से संपर्क क्यों किया था।
फ्लिन ने बोला था झूठ
अधिकारी की ओर से कहा गया है कि फ्लिन ने रूस के राजदूत से हुई बातचीत को लेकर झूठ बोला था। फिलहाल सीनेट की इंटेलीजेंस कमेटी फ्लिन और रूसी अधिकारियों के बीच संबंधों को लेकर जांच कर रही है। इस पूरे मसले पर व्हाइट हाउस के प्रवक्ता सीन स्वाइसर ने कहा है कि यह बात सही है कि 10 नवंबर को मुलाकात के दौरान ओबामा ने ट्रंप से कहा था कि फ्लिन उनके फेवरिट नहीं हैं। आपको बता दें कि फ्लिन पर आरोप है कि वर्ष 2016 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव हुए थे तो उन्होंने इस दौरान रूस को फायदा पहुंचाया था। वर्ष 2014 में बराक ओबामा ने फ्लिन को बैड मैनेजमेंट की वजह से डिफेंस इंटेलीजेंस एजेंसी के डायरेक्टर की पोस्ट से हटा दिया था।