ओबामा और बुश ने डोनाल्ड ट्रंप को घेरा- कहा 'ये अमेरिकी राजनीति का कमजोर दौर'
वॉशिंगटन। अमेरिकी राजनीति में सब कुछ सही नहीं चल रहा है, यही कारण है कि गुरूवार को दो पूर्व राष्ट्रपतियों ने जनता को संबोधित करते हुए वर्तमान हालातों को लेकर चिंता व्यक्त की है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने अलग-अलग जगहों पर अपने देश की जनता को संबोधित किया। डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिकी की राजनीति में बहुत कुछ बदलाव देखने को मिल रहा है। दोनों ही पू्र्व राष्ट्रपतियों ट्रंप का नाम लिये बिना अलग-अलग जगहों पर करीब 20 मील की दूरी से अमेरिका के वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य को लेकर भाषण दिया।
अमेरिकी राजनीति का कमजोर दौर
अमेरिका के 43वें राष्ट्रपति ने जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने एक इवेंट में बोलते हुए कहा कि स्पष्ट रूप से हमारी गवर्निंग क्लास लकवे का शिकार हो चुकी है। उन्होंने कहा कि आज अमेरिका में असंतोष और पक्षपातपूर्ण की गहराई से संघर्ष कर रहा है। आज की वर्तमान राजनीति ने कट्टरवाद को साहस देना का काम किया है। उन्होंने कहा कि तुरंत मनगढ़ंत चीजों और साजिशों ने देशी की राजनीति को कमजोर कर दिया
कट्टरता अमेरिकीपंथ की निंदा
रिपब्लिकन पार्टी से दो बार अमेरीकी राष्ट्रपति रह चुके बुश ने अपने भाषण में फ्रीडम, फ्री मार्केट और सिक्योरिटी पर फोकस किया। भाषण के दौरान बुश की पत्नी पूर्व फर्स्ट अमेरिकन लेडी लाउरा बुश और यूएन में यूएस राजदूत निकी हेली भी मौजूद थी। बुश ने कहा, 'हर वर्ग, जाति और धर्म के लोग पूरी तरह से और समान रूप से अमेरिकी हैं। किसी भी रूप में कट्टरता और व्हाइट सुपरमेसी अमेरिकीपंथ के खिलाफ घोर निंदा है'। बुश ने 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में रूस के प्रभाव का भी जिक्र करते हुए कहा कि खुद की रक्षा करना भी कठीन हो गया है।
राजनीति को चोट पहुंची
वहीं, दूसरी और बराक ओबामा व्हाइट छोड़ने के बाद पहली बार लोगों को संबोधित करते हुए दिखे गए। बुश की तरह ओबामा ने भी अमेरीका की राजनीति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि एक छोटी सी कड़ी ने अपनी ताकत को बढ़ाने के लिए देश की पूरी राजनीति को चोट पहुंचाई है।
21वीं और 19वीं सदी में फर्क समझे
इवेंट में ओबामा ने ट्रंप का नाम लिए बगैर राजनीतिक विभाजन की आलोचना करते हुए कहा कि हम देख सकते हैं कि क्या हो रहा है। ओबामा ने कहा, 'जो वर्षों पहले हमने राजनीति देखी थी, उसी पुरानी राजनीति को आज हम फिर से नहीं ला सकते। उनमें से कुछ हम आज देख रहे हैं, हमने सोचा था कि हम उस पुरानी राजनीति को बिस्तर पर छोड़ आए हैं। कुछ लोग आज भी 50 साल पीछे देख रहे हैं, यह 21 वीं सदी है, ना की 19वीं।' डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिकी राजनीति में बहुत बदलाव आ चुका है। हालांकि, इन दोनों राष्ट्रपतियों अपने भाषण में भले ही ट्रंप का नाम नहीं लिया हो, लेकिन उनकी चिंता और इशारा स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा था।