मिनटों में 85 करोड़ रुपये में बिकी संसद में बैठे चिंपाजी वाली पेंटिंग, जानिए खासियत
लंदन। ब्रिटिश संसद में बैठे चिंपाजी की पेंटिंग इस वक्त काफी चर्चा में है। ऐसा इसलिए क्योंकि ये पेंटिंग कुछ ही मिनटों में 85 करोड़ रुपये में बिकी है। अक्टूबर को नीलाम हुई इस पेंटिंग को साल 2009 में गुमनाम ब्रिटिश कलाकार बैंस्की ने बनाया था। नीलामी की कीमत की जितनी उम्मीद थी पेंटिंग उससे कई गुना कीमत पर बिकी है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नीलामी करने वालों को उम्मीद थी कि पेंटिंग 15 करोड़ रुपये के आसपास ही बिकेगी। लेकिन बोली शुरू होने के महज 13 मिनट के भीतर ही ये 85 करोड़ रुपये में बिक गई। नीलामी हाउस सोदेबीस का कहना है कि ये कीमत बैंस्की के किसी भी आर्टवर्क की तुलना में काफी अधिक है। हालांकि पेंटिंग के मालिक खुद इसकी बिक्री से खुश नहीं हैं।
उन्होंने रोबर्ट हूग्स को कोट करते हुए लिखा, 'बैंस्की की पेंटिंग को रिकॉर्ड कीमत मिली लेकिन शर्म की बात है कि मैं अब तक इसका मालिक नहीं हूं। आर्ट वर्क की कीमत लगाना आज के समय में एक आम बात हो गई है। आर्ट वर्क को दीवारों पर लगाओ और इसकी कीमत बढ़ाते चलो। किताबों की तरह इन्हें सभी लोगों के लिए उपलब्ध करवाने की जगह पैसे वाले लोग इन पेंटिंग्स को लोग खरीद लेते हैं और इन्हें अपनी निजी संपत्ति बना लेते हैं।'
बता दें पेंटिंग को 2009 में बनाया गया था और मार्च 2019 में एक बार फिर ब्रिस्टॉल म्यूजियम में प्रदर्शित किया गया। पेंटिंग का नाम विकसित संसद रखा गया है। इसे मार्च में इसलिए प्रदर्शित किया था क्योंकि तब ब्रिटेन को यूरोपीय संघ से अलग होना था। हालांकि बैंस्की पहले ही कह चुके थे कि नीलामी के समय भी उनकी पहचान को सार्वजनिक ना किया जाए।
बैंस्की को क्यों कहते हैं गुमनाम?
बैंस्की 1990 के दशक से स्ट्रीट पेंटर, ग्रैफिटी और फिल्म निर्देशन का काम कर रहे हैं। अपने डार्क ह्यूमर के लिए जाने जाते हैं। हालांकि अभी तक उनकी पहचान सार्वजनिक नहीं हुई है। यही वजह है कि उन्हें गुमनाम भी कहा जाता है।
उन्होंने 2003 में दिए एक साक्षात्कार में बताया था कि उनकी उम्र 28 साल है, वह गोरे लड़के हैं और उन्हें महज 14 साल की उम्र में स्कूल से निकाल दिया गया था। जिसके बाद उन्होंने स्ट्रीट पेंटिंग करना शुरू कर दिया। कई बार लोगों ने बैंस्की की पहचान पता करने की कोशिश की है लेकिन उन्हें आजतक इसमें सफलता नहीं मिल पाई है।
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