बांग्लादेश चुनावों में धांधली की रिपोर्टिंग करने पर जर्नलिस्ट गिरफ्तार, हो सकती है 14 वर्ष की जेल
ढाका। बांग्लादेश के रविवार को हुए चुनावों में धांधली के बारे में रिपोर्टिंग करने पर एक जर्नलिस्ट को गिरफ्तार कर लिया गया है। बुधवार को गिरफ्तार हुए इस जर्नलिस्ट पर आरोप लगा है कि उन्होंने वोटिंग में अनियमितता के बारे में 'गलत जानकारियां' दी, पुलिस की ओर से इस बात की पुष्टि कर दी गई है। यह जर्नलिस्ट ढाका ट्रिब्यून से जुड़े हैं और इनका नाम हेदायत हुसैन मुल्ला है। मंगलवार को हेदायत को विवादित डिजिटल सिक्योरिटी लॉ के तहत गिरफ्तार किया गया है। इस कानून के बारे में संगठनों का कहना है कि इसे बनाकर अथॉरिटीज को कई तरह की गलत ताकतें दे दी गई हैं।
शेख हसीना की पार्टी को मिलीं 96 प्रतिशत सीटें
मुल्ला को सर्दन खुलना से गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने दावा किया था कि एक संसदीय क्षेत्र में रजिस्टर्ड वोटर्स ने जितने वोट डाले हैं उससे 22,419 बैलेट ज्यादा हैं। स्थानीय पुलिस चीफ माहबुबर रहमान की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है। रहमान ने न्यूज एजेंसी एएफपी को बताया है कि कुल वोट्स में से सिर्फ 80 प्रतिशत वोट ही डाले गए। मुल्ला पर चुनावों पर सवाल उठाने की कोशिशों के तहत गलत जानकारी फैलाने का आरोप लगाया गया है। अगर मुल्ला पर लगे आरोप सही साबित हुए और उनका दोष सिद्ध हो गया तो फिर उन्हें 14 वर्ष जेल में रहना होगा। पिछले वर्ष पीएम शेख हसीना ने एक नया कानून बनाया था जिसके तहत जर्नलिस्ट्स पर 14 वर्षों की सजा का प्रावधान किया गया था। शेख हसीना की पार्टी बांग्लादेश आवामी लीग की अगुवाई वाले गठबंधन को 300 में से 288 सीटें यानी 96 प्रतिशत सीटें हासिल हुई हैं। विपक्षी गठबंधन को सिर्फ सात सीटें ही हासिल हो सकी हैं। जो चुनाव हुए हैं उनमें काफी हिंसा हुई और करीब एक दर्जन से भी ज्यादा लोगों की मौत इसमें हो गई थी।