बांग्लादेश में सांपद्रायिक हिंसा चरम पर, घरों-मन्दिरों पर कब्जा, तोड़फोड़
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हिंदू समुदाय के दो युवकों द्वारा फेसबुक पर पैगंबर मुहम्मद का कथित तौर पर अपमान किए जाने के बाद बांग्लादेश के पूर्वी हिस्से में करीब 3000 लोगों की भीड़ ने हिंदुओं के घरों और एक मंदिर पर हमला किया है। पुलिस ने ढाका के करीब 100 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में स्थित कोमीला जिले के होमना में पिछले हफ्ते दो दर्जन से अधिक घरों और मंदिर पर हमला करने को लेकर बागमारा मदरसा के प्रधानाध्यापक सहित 17 लोगों को आज गिरफ्तार किया है।
होमना के पुलिस प्रमुख असलम शिकदर ने फोन पर बताया, हमनें अभी तक 17 लोगों को गिरफ्तार किया है और उनमें से कुछ ने हमले के बारे में इकबालिया बयान दिया है। बाकी दोषियों को गिरफ्तार करने के लिए तलाश जारी है। उन्होंने बताया कि हमले का संदिग्ध सरगना नजरूल इस्लाम अभी तक फरार है। स्थानीय पुलिस प्रमुख ने बताया कि हिंदुओं के घरों और मंदिर पर एक सुनियोजित तरीके से हमला करने के आरोपों के तहत आरोपियों पर मुकदमा चलाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
उस गांव में एक अस्थायी पुलिस शिविर बनाया गया है जहां 26 अप्रैल को यह घटना हुई थी. दरअसल, यह अफवाह फैली थी कि दो हिंदू युवकों ने फेसबुक पोस्ट पर पैगंबर का कथित तौर पर अपमान किया है। शुरूआती खबरों में कहा गया था कि दोषियों ने जिन हमलावरों को लामबंद किया था उनमें से ज्यादातर कट्टरपंथी जमात ए इस्लामी और धुर दक्षिणपंथी संगठनों से जुड़े हुए हैं, जिन्होंने मंदिर में तथा घरों में तोड़फोड़ की और कीमती सामान लूट लिए।
शिकदर ने बताया कि हमला करीब 20 मिनट तक चलता रहा लेकिन इस दौरान दोषियों ने किसी को घायल करने को प्राथमिकता नहीं दी..हमारी शुरूआती जांच में पता चला है कि यह एक योजनाबद्ध हमला था क्योंकि उन्होंने लाउडीस्पीकरों का इस्तेमाल किया।
लोगों और आस पड़ोस के लोगों ने बताया कि करीब 3,000 हमलावरों ने हमले को अंजाम दिया जिनमें से ज्यादातर बाहर के थे। उस वक्त गांव के बुजुर्ग पैगंबर के कथित अपमान के मुद्दे को सुलझाने के लिए एक बैठक करने वाले थे। शिकदर ने बताया कि दूर दराज के इस गांव में पुलिस के पहुंचने तक हमलावर भाग चुके थे। फिलहाल हालात सामान्य नहीं हैं।