बालाकोट का सच बताने वाली इटैलियन जर्नलिस्ट की वेबसाइट हैक करने की कोशिशें
रोम। इटली की जर्नलिस्ट फ्रांसेस्का मैरिनो जिन्होंने बुधवार को बालाकोट (Balakot) को लेकर नया खुलासा किया है, उनकी वेबसाइट को कुछ लोगों ने हैक करने की कोशिशें की हैं। आपको बता दें कि फ्रांसेस्का वही जर्नलिस्ट हैं जिन्होंने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) ने जो हमला किया था उसमें जैश-ए-मोहम्मद के करीब 170 आतंकी मारे गए थे। मैरिनो ने वेबसाइट हैकिंग के बारे में पुलिस को जानकारी दे दी है। फ्रांसेस्का ने गुरुवार को ट्वीट किया और लिखा, 'कुछ समझदार लोगों ने मेरी वेबसाइट को हैक करने की कोशिश की और पुलिस को इस बारे में अलर्ट कर दिया गया है।'
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फ्रांसेस्का ने कहा 45 आतंकियों का इलाज जारी
फ्रांसेस्का की वेबसाइट का नाम www.stringerasia.it है। मैरिनो ने कहा है कि पाकिस्तान बालाकोट एयर स्ट्राइक को लेकर झूठ बोल रहा है। मैरिनो के मुताबिक पाक अभी तक इस बात को कहता आ रहा है आईएएफ ने उसे कोई नुकसान नहीं पहुंचाया और न हवाई हमले में किसी की मौत हुई है। मैरिनो ने बालाकोट को लेकर अपनी एक रिपोर्ट भी तैयार की है। उन्होंने लिखा है कि पाकिस्तान ने कई कोशिशें की दुनिया से जैश के कैंप पर हुई इस कार्रवाई को छिपा दिया जाए। मैरिनो ने अपने सूत्रों का हवाला देते हुए अपनी रिपोर्ट में कहा है कि उनके पास इस बात की हर छोटी से छोटी जानकारी का है कि 26 फरवरी को तड़के बालाकोट में क्या-क्या हुआ।
आर्मी करा रही है आतंकियों का इलाज
मैरिनो ने यह भी लिखा है कि हमले के दो से ढाई घंटे बाद बाद पाकिस्तान आर्मी की एक यूनिटी शिनकियारी बेस कैंप से स्ट्राइक वाली जगह आई थी। उनकी मानें तो आईएएफ ने सफलतापूर्वक जैश के आतंकी कैंप्स को निशाना बनाया था। सूत्रों के हवाले से मैरिनो ने बताया है कि पाक आर्मी की यूनिट उस जगह पर आई थी और उसने हरकत-उल-मुजाहिद्दीन कैंप में घायल हुए लोगों को अस्पताल भेजा था। यह कैंप शिनकियारी में ही था। अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें इलाज दिया। मैरिनो के मुताबिक सूत्रों ने उन्हें बताया है कि कम से कम 45 लोग अभी तक अस्पताल में भर्ती हैं और मिलिट्री कैंप्स में इनका इलाज चल रहा है। वहीं 20 ऐसे हैं जिनकी इलाज के दौरान ही मौत हो गई।
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