बहरीन के प्रधानमंत्री शेख खलीफा बिन सलमान अल अखीफा का निधन, शाही महल ने पुष्टि
नई दिल्ली। बहरीन के प्रधानमंत्री शेख खलीफा बिन सलमान अल खलीफा का बुधवार को निधन हो गया। शाही महल ट्विटर के जरिए इसकी आधिकारिक घोषणा की। 24 नवंबर, 1935 को जन्में बहरीन शाही और राजनेता शेख खलीफा ने वर्ष 1970 से बहरीन के प्रधान मंत्री के रूप में काम किया। उन्होंने बहरीन की स्वतंत्रता से एक साल पहले 15 अगस्त 1971 को पदभार ग्रहण किया था।
बिहार
चुनाव
भले
ही
परिवर्तन
ना
लाए,
लेकिन
भविष्य
में
बदलाव
का
रास्ता
खुल
गया
हैः
शरद
पवार
गौरतलब है शेख खलीफा दुनिया में किसी भी सरकार के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले प्रधानमंत्री थे। हालांकि वर्ष 2002 के संविधान के तहत शेख खलीफा बिन सलमान अल खलीफा ने अपनी कुछ शक्तियां खो दीं थीं, जो राजा के पास है, जिसमें नियुक्ति का अधिकार और (बहरीन संसद के साथ) मंत्रियों को बर्खास्त करने का अधिकार शामिल था। हालांकि उनकी मृत्यु का विवरण शाही महल द्वारा अभी तक जारी नहीं किया गया है।
दिवाली पर्व पर यहां रात 8-10 बजे के बीच ग्रीन पटाखे जलाने की मिली अनुमति
पिछले
साल
बहरीन
की
दो
दिवसीय
यात्रा
के
दौरान
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
को
बहरीन
में
द
किंग
हमाद
ऑर्डर
ऑफ
द
रेनेसा
के
सम्मान
से
नवाजा
गया
था।
पीएम
मोदी
बहरीन
की
राजधानी
में
स्थित
200
साल
पुराने
भगवान
श्री
कृष्ण
के
मंदिर
की
पुनर्निर्माण
परियोजना
का
शुभारंभ
भी
किया
था।
पीएम
मोदी
ने
द
किंग
हमाद
ऑर्डर
ऑफ
द
रेनेसा
के
सम्मान
पाने
के
बाद
कहा
कि
इस
सम्मान
को
पाने
के
बाद
मैं
बहुत
सम्मानित
और
भाग्यशाली
महसूस
कर
रहा
हूं।
प्रिंस खलीफा की ताकत और संपत्ति की झलक इस छोटे से देश में चारों ओर दिखाई पड़ती है। खलीफा का अपना एक निजी द्वीप था, जहां वह विदेशी आगंतुकों से मुलाकात करते थे। प्रिंस, खाड़ी देशों में नेतृत्व करने की पुरानी परंपरा का प्रतिनिधित्व करते थे जिसमें सुन्नी अल खलीफा परिवार के प्रति समर्थन जताने वालों को पुरस्कृत किया जाता था। हालांकि उनके तौर तरीकों को 2011 के विरोध प्रदर्शन के दौरान चुनौती मिली थी।
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