आज G7 समिट में शामिल होंगे पीएम नरेंद्र मोदी, ट्रंप से हो सकती है कश्मीर पर चर्चा
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज जी7 समिट में हिस्सा लेने के लिए फ्रांस के बिआरित्ज शहर पहुंचेंगे। इस दौरान उनकी मुलाकात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ भी हो सकती है। ऐसा माना जा रहा है कि दोनों नेता कश्मीर के मुद्दे पर चर्चा कर सकते हैं। इस दौरान ट्रंप जम्मू-कश्मीर में तनाव कम करने को लेकर नरेंद्र मोदी का प्लान जानना चाहेंगे। पीएम मोदी अभी बहरीन में हैं। प्रधानमंत्री अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और यूएन सचिव एंतोनियो गुतारेस से मुलाकात कर सकते हैं।
2005-09 के बीच प्रधानमंत्री के रूप में अपने पहले कार्यकाल में मनमोहन सिंह ने पांच बार जी8 सम्मेलन में हिस्सा लिया था। वहीं प्रमुख पश्चिमी अर्थव्यवस्थाओं के इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी पहली बार फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के बुलावे पर शामिल होने जा रहे हैं। दो साल पहले रूस को जी8 से बाहर निकाले जाने के बाद इस समूह को नाम जी7 हो गया था। हालांकि अब एक बार फिर रूस को समूह में शामिल करने को लेकर चर्चा सुनी जा सकती है।
क्या है G7
जी-7 दुनिया के सात सबसे विकसित और औद्योगिक महाशक्तियों का संगठन है। इसे ग्रुप ऑफ सेवेन (G7) के नाम से भी जाना जाता है। जिसमें फ्रांस, जर्मनी, यूके, इटली, अमेरिका, कनाडा और जापान शामिल हैं।
1970 के दशक में जब वैश्विक आर्थिक मंदी और तेल संकट बढ़ रहा था, तब फ्रांस के तत्कालीन राष्ट्रपति बैलेरी जिस्कॉर्ड डी एस्टेइंग ने जी-7 की आधारशिला रखी। 1975 में जी-7 का गठन हुआ। तब इसमें सिर्फ 6 संस्थापक देश थे। कनाडा इसमें शामिल नहीं था।
यह सम्मेलन पहली बार 1975 में ही फ्रांस की राजधानी पेरिस के पास स्थित शहर रम्बोइले में हुआ था। 1976 में कनाडा को इस समूह में शामिल किया गया। तब जाकर इस समूह का नाम जी7 रखा गया। जी-7 एक अनौपचारिक संगठन है। इसका न तो कोई मुख्यालय है, न ही चार्टर या सचिवालय।