मेड इन इंडिया स्प्रे के इस्तेमाल से अमेरिका में 2 की मौत, 2 गंभीर, घातक बैक्टीरिया मिलने से मची सनसनी
अमेरिका में भारतीय स्प्रे में घातक बैक्टीरिया मिला है। जिसके इस्तेमाल से दो लोगों की मौत हो गई है।
वॉशिंगटन, अक्टूबर 24: अमेरिका में भारतीय स्प्रे के इस्तेमाल से 4 लोग गंभीर बीमार पड़ गये, जिनमें से 2 लोगों की मौत हो गई है। अमेरिका की सार्वजनिक स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा है कि भारत में निर्मित और अमेरिका में बेचे जाने वाले स्प्रे में घातक बैक्टीरिया पाया गया है, जिसकी वजह से दो लोगों की मौत हो गई है, जबकि 2 लोग गंभीर बीमार पड़ गये हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, स्प्रे में बैक्टीरिया पाया गया है और उसी की वजह से 2 लोगों की मौत हो गई।
स्प्रे में बैक्टीरिया मिला
रिपोर्ट के मुताबिक, अरोमाथेरेपी स्प्रे में इस साल की शुरुआत में चार लोगों को बीमार करने वाले बैक्टीरिया पाए गए हैं, जिनमें से दो लोगों की मौत हो गई। अमेरिका की यूएस सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन यानि, सीडीसी ने कहा है कि, लैब में टेस्ट के दौरान पता चला है कि, एरोमाथेरेपी स्प्रे ''बेटर होम्स एंड गार्डेंस लैवेंडर एंड कैमोमाइल एसेंसियल ऑयल इन्फ्यूस्ड एरोमाथेरेपी रूम स्प्रे विद जेमस्टोन्स'' में बुर्खोल्देरिया स्यूडोमालेई नाम का बैक्टीरिया पाया गया है और उसी खतरनाक बैक्टीरिया ने लोगों को गंभीर रूप से बीमार कर दिया है।
चार में दो रोगियों की मौत
यह उसी प्रकार का बैक्टीरिया है जिसने इस साल की शुरुआत में संयुक्त राज्य अमेरिका में चार लोगों को बीमार किया था। सीडीसी ने कहा कि स्प्रे 6 अक्टूबर को जॉर्जिया के रहने वाले एक शख्स के घर में पाया गया था जो जुलाई के अंत में मेलियोइडोसिस से बीमार हो गया था। सीडीसी की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि, "सीडीसी यह देखने के लिए टेस्ट जारी रखे हुए है कि क्या बोतल में बैक्टीरिया के अनुवांशिक फिंगरप्रिंट जॉर्जिया, कान्सास, टेक्सास और मिनेसोटा में चार मरीजों में से प्रत्येक में पहचाने गए बैक्टीरिया से मेल खाते हैं। चार में से दो मरीजों की मौत हो गई''। सीडीसी ने कहा कि, एजेंसी ने मई में नमूने प्राप्त करना शुरू किया था और उसके बाद मरीजों के ब्लड के नमूनों के साथ-साथ मिट्टी, पानी और उपभोक्ता उत्पादों का परीक्षण रोगियों के घर के आसपास किए जा रहे हैं।
|
वालमार्ट स्टोर से बेचा गया था स्प्रे
रिपोर्ट के मुताबिक, सीडीसी ने कहा है कि, ये स्प्रे भारत में बना था और इसे वालमार्ट स्टोर से बेचा गया था और स्प्रे का नमूना इस हफ्ते पॉजिटिव आया है। बताया जा रहा है कि, स्प्रे को वालमार्ट के 55 स्टोर और उसकी वेबसाइट से फरवरी 2021 से अक्टूबर 2021 के बीच में बेचा गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि, चार रोगियों को बीमार करने वाले बैक्टीरिया के आनुवंशिक फिंगरप्रिंट आमतौर पर दक्षिण एशिया में पाए जाने वाले बैक्टीरिया के स्ट्रेन के समान हैं। सीडीसी ने कहा है कि, अरोमाथेरेपी स्प्रे भारत में बनाया गया था। वहीं, अब वालमार्ट ने अपने सभी स्टोर और वेबसाइट से इस स्प्रे को हटा दिया है।