गोल्डन ग्लोब रेस में घायल हुए नौसेना के कमांडर अभिलाष टोमी से संपर्क हुआ
पर्थ। गोल्डन ग्लोब रेस में हिस्सा लेने के दौरान दक्षिणी हिंद महासागर के आसपास बीच रास्ते में तूफान के चलते घायल हुए भारतीय नाविक अभिलाष टोमी संदेशों के जरिए फ्रांस में मौजूद रेस आयोजकों के साथ संपर्क में हैं। सेना के एक प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि वह चल पाने में सक्षम नहीं हैं, इसलिए उन्होंने एक स्ट्रेचर का निवेदन किया है। आपको बता दें कि 39 वर्षीय अभिलाष टोमी, ग्लोडन ग्लोब रेस में भारत को लीड कर रहे हैं।
बता दें कि दक्षिण भारतीय महासागर में टोमी का जहाज पलट गया और उन्हें चोटें आई हैं। इंडियन नेवी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक उनके रेस्क्यू के लिए आईएनएस सतपुड़ा को रवाना कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि घटना ऑस्ट्रेलिया के पर्थ से 1900 नॉटिकल मील यानी 3,000 किलोमीटर दूर हुई है। खराब मौसम की वजह से यह घटना हुई है।
ऑस्ट्रेलिया की सेनाएं रेस्क्यू में सक्रिय
ऑस्ट्रेलिया की मीडिया की ओर से जानकारी दी गई है कि ऑस्ट्रेलियन मैरिटाइम सेफ्टी अथॉरिटी (एएमएसए) भारतीय कप्तान टोमी के रेस्क्यू के लिए इंडियन नेवी के साथ मिलकर ऑपरेशन चला रही है। टोमी को भारत के कुछ खास नाविकों में से एक माना जाता है। ऑस्ट्रेलिया ने उनकी सर्च के लिए कोड रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। यह अलर्ट उस समय भेजा गया जब टोमी की ओर से अलार्म मैसेज भेजा गया था। ऑस्ट्रेलिया की सेनाओं की मानें तो कमांडर टोमी को बचाने में काफी दिनों का समय लग सकता है। चोट के बाद भी टोमी इस रेस में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए राजी हुए थे। ताजा जानकारी में टोमी घायल हैं लेकिन सुरक्षित हैं। उनके ट्विटर हैंडल की तरफ से ट्वीट किया गया है कि उनकी पीठ में गंभीर चोट है लेकिन वह अपने जहाज में ही हैं और सुरक्षित हैं। इंडियन नेवी अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयास जारी रखे हुए हैं।
ऑस्ट्रेलियन एयरफोर्स भी हाई अलर्ट पर
कमांडर टोमी ने अपने ईपीआईआरबी एक्टिवेट कर दिया है और उन तक मदद पहुंचने वाली है। ईपीआईआरबी यानी इमरजेंसी पोजिशन इंडीकेटिंग रेडिया बेकन। इस डिवाइस का प्रयोग मुश्किल में फंसे जहाज के लिए अलर्ट सर्च एंड रेस्क्यू के लिए होता है। ऑस्ट्रेलियन एयरफोर्स का पी-8ए पोसायडॉन सर्विलांस एयरक्राफ्ट टोमी की सर्च में लगाया गया है। माना जा रहा है कि यह आज रात तक दुर्घटनास्थल पर पहुंच सकता है। इसके अलावा एक 'ऑल शिप्स' अलर्ट भी जारी कर दिया गया है। कमांडर टोमी भारत के पहले ऐसे नाविक हैं जिन्होंने साल 2013 में बिना रुके बिना किसी मदद के पूरी दुनिया की यात्रा की है। ग्लोडन ग्लोब रेस में दुनिया से 18 नाविक हिस्सा ले रहे हैं। कमांडर टोमी भारत में बने जहाज थुरिया पर सवार थे। इस जहाज को सर रॉबिन नॉक्स जॉनस्टन के जहां सुहैल की प्रतिकृति माना जा है। 50 वर्ष पहले सुहैल ने ग्लोडन ग्लोब रेस जीती थी।
Thank you for your support and concern in these trying times. Abhilash has sustained some serious back injuries, however he says he's safe inside the boat. Indian Navy is doing their best as they always have. His tracker is working. He has activated the EPIRB. Help is on its way.
— Abhilash Tommy (@abhilashtomy) September 22, 2018