क्विक अलर्ट के लिए
अभी सब्सक्राइव करें  
क्विक अलर्ट के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
For Daily Alerts
Oneindia App Download

Quad: टोक्‍यो में एस जयशंकर और ऑस्‍ट्रेलिया की विदेश मंत्री की मीटिंग, कहा-भारत से दोस्‍ती है खास

Google Oneindia News

टोक्‍यो। मंगलवार को जापान की राजधानी टोक्‍यो में क्‍वाड देशों की दूसरी मीटिंग हुई है। यह मीटिंग ऐसे समय में हुई है जब एक तरफ पूर्वी लद्दाख में भारत के खिलाफ चीन के तेवर लगातार उग्र बने हुए हैं तो वहीं दूसरी तरफ साउथ और ईस्‍ट चाइना सी तक उसकी आक्रामकता बढ़ती जा रही है। इस मीटिंग में भारत के अलावा ऑस्‍ट्रेलिया, जापान और अमेरिका के विदेश मंत्रियों ने शिरकत की थी। मीटिंग के बाद ऑस्‍ट्रेलिया की विदेश मंत्री ने कहा है कि भारत, जापान और अमेरिका से ज्‍यादा महत्‍वपूर्ण साझेदार उनके देश के लिए कोई और नहीं हैं।

India-Australia.jpg

यह भी पढ़ें-800 किमी वाली खतरनाक शौर्य मिसाइल से उड़ेंगे चीन के होशयह भी पढ़ें-800 किमी वाली खतरनाक शौर्य मिसाइल से उड़ेंगे चीन के होश

चीन को भेजा गया बड़ा संदेश

क्‍वाड की इस मीटिंग को चीन को एक बड़ा संदेश माना जा रहा है। दिलचस्‍प बात है कि यह संदेश उसे उसके प्रतिद्वंदी जापान की धरती से भेजा गया है। ऑस्‍ट्रेलिया की विदेश मंत्री मैरिस पाएने ने क्‍वाड मीटिंग के बाद भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी मुलाकात की। जयशंकर ने मुलाकात के बाद कहा, 'मेरी दोस्‍त मैरिस पाएने के साथ मेरी मीटिंग बहुत अच्‍छी रही। हमने इस दौरान हमारी प्रधानमंत्रियों के बीच हुई वर्चुअल समिट के बाद द्विपक्षीय मुद्दों पर हुई प्रगति पर भी चर्चा की है। साथ ही वैश्विक मसलों और क्षेत्रीय मसलों पर भी बातचीत की है। हम कई बहुआयामी मंचों पर साथ में करीब से मिलकर काम करेंगे।'जापान के नए प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा ने अमेरिका और ऑस्‍ट्रेलिया के राजनयिकों से भी मुलाकात की है। उन्‍होंने इस दौरान फ्री एंड ओपेन इंडो-पैसेफिक (FOIP) पहल पर विस्‍तार से चर्चा की है। इस पहल को चीन की बढ़ती आक्रामकता के खिलाफ बड़े जवाब के तौर पर देखा जा रहा है। कोरोना वायरस महामारी के बीच इसे कई तरह की चुनौतियों से निबटने के लिए जरूरी करार दिया गया है।

साल 2007 में हुई क्‍वाड की शुरुआत

क्‍वाड, यानी क्‍वाड्रिलैटरल सिक्‍योरिटी मीटिंग, की पहली मीटिंग ऐसे समय में हो रही है जब दुनिया चीन से निकले कोरोना वायरस का सामना कर रही है तो वहीं भारत के साथ पूर्वी लद्दाख में उसकी सेनाएं आमने-सामने हैं। हिंद-प्रशांत क्षेत्र में बढ़ती सुरक्षा की चुनौतियों और आर्थिक ढांचे के बीच अब यह संगठन अपने कदम मजबूत कर रहा है। इस संगठन में शामिल देश भारत, ऑस्‍ट्रेलिया, जापान और अमेरिका हिंद-प्रशांत क्षेत्र से सीधा प्रभावित होते हैं और ये सभी देश चीन से त्रस्‍त हैं। टोक्‍यो में होने वाली मीटिंग अमेरिकी राष्‍ट्रपति चुनावों में एक माह से भी कम बचे समय से पहले हो रही है। क्‍वाड देशों की पहली मीटिंग पिछले वर्ष सितंबर में न्‍यूयॉर्क में आयोजित हुई थी। इस वर्ष 25 सितंबर को पहली मीटिंग हुई थी जो कि वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित हुई थी। साल 2007-2008 में इस संगठन की शुरुआत तो हुई लेकिन फिर कोई प्रगति नहीं हुई। इसके बाद साल 2017 में इस संगठन को पुर्नजीवित किया गया।

Comments
English summary
Foreign Minister of Australia says it has no more important partners than Japan, the United States and India.
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
For Daily Alerts
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X