और बढ़ा चीन और ऑस्ट्रेलिया के बीच तनाव, पीएम मॉरिसन ने जिनपिंग सरकार की माफी की मांग
कैनबरा। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने चीन की सरकार से माफी मांगने को कहा है। मॉरिसन ने उस फोटो की वजह से चीन की जिनपिंग सरकार से माफी मांगने की अपील की है जो एक ऑस्ट्रेलियाई सैनिक की थी और पूरी तरह से झूठी थी। मॉरिसन ने कहा है कि चीनी सरकार ने ट्विटर से उस 'झूठी तस्वीर' को डिलीट कर दिया है जो एक सैनिक की थी और जिसमें ऐसा लग रहा था कि वह ऑस्ट्रेलियाई सैनिक एक बच्चे का गला रेतने की धमकी दे रहा है।
यह भी पढ़ें-चीन ने ऑस्ट्रेलिया की वाइन पर लगा 200% से ज्यादा टैरिफ
किस तस्वीर पर हो रहा है विवाद
जिस तस्वीर का जिक्र मॉरिसन ने किया है उसके बैकड्रॉप में ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान के झंडे नजर आ रहे हैं। यह तस्वीर सोमवार सुबह बीजिंग से चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान के वैरीफाइड ट्विटर हैंडल से शेयर की गई थी। इस फोटो के कैप्शन में लिखा था, 'ऑस्ट्रेलियाई सैनिकों की तरफ से अफगान नागरिकों और कैदियों की हत्या को अंजाम दिए जाने वाली घटना से सदमे में हूं।' यह विवाद दोनों देशों के बीच पैदा कई विवादों की लिस्ट में नई कड़ी है। मॉरिसन ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया को चीन के विदेश मंत्रालय से एक माफी चाहिए। इसके अलावा उनकी सरकार ने ट्विटर से भी संपर्क कर इस पोस्ट को हटाने के लिए कहा। मॉरिसन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'यह बेहद ही बेशर्मा वाला कृत्य है और इसे किसी भी तरह से सही नहीं करार दिया जा सकता है। चीनी सरकार को इस पोस्ट के लिए पूरी तरह से शर्मिंदा होना चाहिए। यह दुनिया के नजरों में उन्हें शर्मसार करती है।'
लगातार बढ़ रहा है ट्रेड वॉर
अमेरिका के अलावा ऑस्ट्रेलिया के साथ भी इस वर्ष चीन का विवाद काफी रहा है। अब यह विवाद नए मोड़ पर पहुंच गया है। दोनों देशों के बीच समुद्र में तो सीमाओं को लेकर जंग जारी है ही मगर अब ट्रेड वॉर भी शुरू हो गया है। चीन ने नवंबर महीने से ऑस्ट्रेलिया के कोयला, चीनी, गेहूं, वाइन, कॉपर और लकड़ी के आयात पर भी अनाधिकारिक तौर पर बैन लगा दिया था। इस वर्ष मई में ऑस्ट्रेलिया और चीन के बीच तनाव उस समय बढ़ गया था जब यूरोप के बाकी देशों के साथ ऑस्ट्रेलिया ने भी इस बात की मांग की थी कि कोरोना वायरस कैसे दुनिया के बाकी हिस्सों में फैला, इसकी जांच होनी चाहिए। चीन ने इस पर ऑस्ट्रेलिया और प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन की कड़ी आलोचना की थी। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया ने हांगकांग पर भी चीन के रवैये की आलोचना की थी।