इस्लामिक स्टेट के आख़िरी ठिकाने पर हमला, संघर्ष जारी
ज़मान अम्द नाम के इस पश्चिम समर्थित लड़ाके ने कहा, "एक समय यहां पर आईएसआईएस का नियंत्रण था. हम कह सकते हैं कि अभी हम कैंप के शुरुआती हिस्से में हैं और ये काफी बड़ा इलाक़ा है."
"आईएसआईएस अब एक छोटे से इलाक़े में घिर गया है. इसके लड़ाके बाग़ूज़ की पहाड़ी के नीचे मौजूद हैं. बाग़ूज़ गांव के अंदरूनी इलाके पर पहले आईएसआईएस का नियंत्रण था मगर उन्हें दिन-ब-दिन पीछे हटाया जा रहा है.
सीरिया में इस्लामिक स्टेट समूह के क़ब्जे वाले आख़िरी हिस्से पर हमला बोलने वाले पश्चिम समर्थित लड़ाकों ने बागूज़ गांव में जिहादी समूह द्वारा खाली किए गए कैंप में प्रवेश कर लिया है.
विश्लेषकों का कहना है कि अभी भी काफ़ी संख्या में कट्टर जिहादी लड़ाके इस इलाक़े में हो सकते हैं और इस कारण आख़िरी लड़ाई बेहद गंभीर रह सकती है.
सीरिया में इस्लामिक स्टेट समूह के आख़िरी ठिकानों को घेरकर बैठे पश्चिम समर्थित लड़ाकों ने कहा है कि उन्होंने नया अभियान चलाते हुए हमला बोला है.
सीरिया के बाग़ूज़ गांव को कुर्द और अरब सेनाओं ने घेरा हुआ है. इससे पहले उन्होंने अंदर घिरे इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों के परिजनों को बाहर निकलने का मौक़ा देने के लिए अपने अभियान को रोक दिया था.
सीरियन डेमोक्रैटिक फोर्सेज़ का कहना है कि उन्हें आईसआईएस (इस्लामिक स्टेट) के ख़िलाफ़ लगातार सफलता मिल रही है.
अभी कैसे हैं हालात
सीरियन डेमोक्रैटिक फोर्सेज़ के एक लड़ाके ने कहा कि वे इस्लामिक स्टेट के कैंप में पहुंच गए हैं.
ज़मान अम्द नाम के इस पश्चिम समर्थित लड़ाके ने कहा, "एक समय यहां पर आईएसआईएस का नियंत्रण था. हम कह सकते हैं कि अभी हम कैंप के शुरुआती हिस्से में हैं और ये काफी बड़ा इलाक़ा है."
"आईएसआईएस अब एक छोटे से इलाक़े में घिर गया है. इसके लड़ाके बाग़ूज़ की पहाड़ी के नीचे मौजूद हैं. बाग़ूज़ गांव के अंदरूनी इलाके पर पहले आईएसआईएस का नियंत्रण था मगर उन्हें दिन-ब-दिन पीछे हटाया जा रहा है.
सीरियन डेमोक्रैटिक फोर्सेज़ (एसडीएफ़) के प्रवक्ता मुस्तफ़ा बाली ने भी अपने लड़ाकों के कामयाब रहने की बात कही है.
मुस्तफ़ा ने कहा, "इस्लामिक स्टेट और उसके लड़ाकों को काफ़ी नुकसान पहुंचा है. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गठबंधन सेनाओं ने इस्लामिक स्टेट के गोला-बारूद पर बमबारी की और टैकों से भी हमला किया."
एसडीएफ़ के प्रवक्ता ने कहा, "बड़ी संख्या में आतंकवादियों की मौत हुई है और वे ज़ख्मी भी हुए हैं. हम संख्या के बारे में सही से बता नहीं सकते. संघर्ष जारी है. ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा जब तक बाग़ूज़ को आतंकवादियों से मुक्त नहीं करा लिया जाता. कुछ भी साफ़ नहीं है मगर हमें लगता है कि 1000-1500 आतंकवादी गांव में हो सकते हैं."
हाल के दिनों में हज़ारों महिलाएं और बच्चे इस इलाक़े से सुरक्षित बाहर निकले हैं.
माना जा रहा है कि घेरे गए इलाक़े में अभी भी बड़ी संख्या में इस्लामिक स्टेट समूह के लड़ाके हो सकते हैं जो घेराबंदी करके बैठे पश्चिम समर्थित लड़ाकों को कड़ी टक्कर दे सकते हैं.
आशंका जताई जा रही है कि इस आख़िरी मोर्चे पर भीषण संघर्ष देखने को मिल सकता है.