यमन: हुदैदाह शहर में हवाई हमलों से 60 की मौत, सऊदी पर अटैक का आरोप
सना। यमन में सऊदी अरब और यूएई ने रॉकेट से हमला कर 60 लोगों को मार गिराया है, जिसमें ज्यादातर बच्चे और महिलाएं शामिल है। सऊदी और यूएई के सैनिकों ने यमन के होदैदाह शहर में हुति विद्रोहियों को निशाना बनाने के लिए अटैक किया था। यमन की हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा कि शहर के सरकारी हॉस्पिटल और व्यस्त मछली बाजार को निशाना बनाया गया, जिसमें 124 लोग भी घायल हुए हैं। चीन के झिन्हुआ न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इस हमले में कम से कम 70 लोगों की मौत हुई है।
अमेरिका, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात एक साथ मिलकर मार्च 2015 से राष्ट्रपति अबू-रब्बू मंसूर हादी की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार को बहाल करने के प्रयास में यमन के अंदर हमले किए जा रहे हैं। इस लड़ाई में कम से कम 10,000 लोग मारे जा चुके हैं, वहीं भूख और कुपोषण से 1,00,000 से ज्यादा बच्चे मारे गए हैं।
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होदैदाह 2014 से हुति विद्रहियों के नियंत्रण में है, जो 2015 से पहले 70 प्रतिशत यमन का आयात ज्यादातर मानवीय सहायता, भोजन और ईंधन यहीं से होता था। होदैदाह शहर के फिशरमेन यूनियन के चीफ मोहम्मद-अल-हसनी ने कहा कि इससे पहले इस क्षेत्र में किसी ने भी सैन्य कार्रवाई नहीं की थी। उन्होंने पोर्ट मार्केट में हुए हमले को नरसंहार बताते है।
सऊदी ने इस हमले के पीछे हुति विद्रोहियों को जिम्मेदारी ठहराया है। होदैदाह में अटैक के बाद सऊदी-नेतृत्व वाले गठबंधन के प्रवक्ता कर्नल तुर्की अल-मलिकी ने कहा कि शहर में उनके सैनिकों ने अटैक नही किया है। उन्होंने कहा कि हुदैदाह में नागरिकों को मारने के पीछे हुति विद्रोहियों का ही हाथ है। वहीं, यमन की मीडिया और प्रो-गवर्नमेंट समर्थकों ने भी इसके लिए हुति विद्रोहियों को दोषी ठहराया है।
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