मिला 20 अरब सूरज के आकार का ब्लैक होल, धरती के पास आया तो कर देगा सब नष्ट
खगोल वैज्ञानिकों ने एक ऐसे ब्लैक होल का पता लगाया है जो रोजाना तेजी से बढ़ रहा है। वैज्ञानिकों का दावा है कि ये ब्लैक होल इतनी तेजी से बढ़ रहा है कि यह पूरी आकाशगंगा की तुलना में हजारों गुना अधिक उज्ज्वल है।
कैनबरा। खगोल वैज्ञानिकों ने एक ऐसे ब्लैक होल का पता लगाया है जो रोजाना तेजी से बढ़ रहा है। वैज्ञानिकों का दावा है कि ये ब्लैक होल इतनी तेजी से बढ़ रहा है कि यह पूरी आकाशगंगा की तुलना में हजारों गुना अधिक उज्ज्वल है। इसका साइज 20 अरब सूर्यों के जितना है और खुद को बनाए रखने के लिए ये हर दो दिन में सूरज जितने विशाल खगोलीय पिंड को निगलता है। ये खोज ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी के खगोल वैज्ञानिकों ने की है।
आया नजदीक तो नष्ट कर देगा जीवन
खगोल वैज्ञानिकों को एक बहुत ही विशाल ब्लैक होल का पता लगा है। वैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसे होल नॉर्मल नहीं हैं क्योंकि ये ब्रह्मांड बनने के वक्त ही बन जाते हैं। ये ब्लैक होल पृथ्वी से काफी दूर है। वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर ये ब्लैक होल पृथ्वी के नजदीक होता तो धरती पर जीवन नामुमकिन हो जाता। इस ब्लैक होल से भारी मात्रा में पैराबैंगनी किरणे और एक्स-रे निकलती हैं, जो जीवन को नष्ट कर देता।
चांद से गई गुना ज्यादा है रौशनी
ये ब्लैक होल हर 10 साल में एक प्रतिशत के आकार से बढ़ रहा है, लेकिन हाल के सालों में इसका आकार तेजी से बढ़ा है। वैज्ञानिकों ने कहा कि अगर ये हमारे मिल्की वे यानी की आकाशगंगा में आ जाए तो चांद से कई गुना ज्यादा रौशनी पैदा करेगा। इसके आने से आकाशगंगा में इतनी रौशनी हो जाएगी कि बाकी सभी मौजूद तारों की रौशनी इसके सामने फीकी पड़ जाएगी।
वैज्ञानिकों ने ऐसे लगाया पता
ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी के खगोल वैज्ञानिक क्रिश्चियन वुल्फ का कहना है कि इस तरह के ब्लैक होल वैज्ञानिकों को शुरुआती ब्रह्मांड के बारे में रिसर्च करने में मदद करेंगे। इस ब्लैक होल का यूरोपियन स्पेस एजेंसी के हाल ही में रिलीज किए गए डाटा की मदद से पता लगाया गया है।
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