भारतीय मूल की अरोड़ा आकांक्षा ने UN महासचिव पद की दावेदारी का किया ऐलान, UN पर लगाए कई आरोप
34 साल की भारतीय मूल की अरोड़ा आकांक्षा ने यूनाइडटेड नेशंस के अगले महासचिव पद के लिए अपनी दावेदारी का ऐलान किया है।
यूनाइटेड नेशंस: 34 साल की भारतीय मूल की अरोड़ा आकांक्षा ने यूनाइडटेड नेशंस के अगले महासचिव पद के लिए अपनी दावेदारी का ऐलान किया है। अरोड़ा आकांक्षा पहली महिला हैं, जिन्होंने UN महासचिव पद के लिए एंटोनियो गुटेरस की जगह लेने के लिए दावेदारी का ऐलान किया है। एंटोनियो गुटेरस का कार्यकाल जनवरी 2022 में खत्म हो रहा है और उन्होंने दोबारा UN महासचिव पद के लिए अपनी दावेदारी जताई है।
अरोड़ा आकांझा का दावा
34 साल की अरोड़ा आकांक्षा यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम में ऑडिट कॉर्डिनेटर के तौर पर काम कर रही हैं और उन्होंने अपना कैंपेन #AroraForSG को लॉन्च कर दिया है। कैम्पेल लॉन्च वीडियो में अरोड़ा आकांक्षा ने कहा है कि 'मेरे पद पर काम करने वाले लोग इतने बड़े पोस्ट के लिए दावेदारी जताने की हिम्मत नहीं करते हैं, हमारे जैसे लोग पंक्ति में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते रहते हैं। हमारे जैसे लोग अपना सिर झुकाकर जो आदेश दिया जाता है उसे मानते हैं और जैसी दुनिया है उसे एक्सेप्ट करते हैं'। अपनी वीडियो संदेश में आकांक्षा यूनाइटेड नेशंस में नजर आती हैं और कहती नजर आ रही हैं कि अब तक यूनाइटेड नेशंस के हेड पोस्ट पर जो भी आया है, उन्होंने अपनी जिम्मेदारी सही ढंग से नहीं निभाई है।
अरोड़ा आकांझा के वादे
अरोड़ा आकांक्षा ने वीडियो में कहा है कि पिछले 75 सालों में UN विश्व से किया गया वादा पूरा करने में नाकामयाब रहा है। अलग अलग देशों के रिफ्यूजी को सुरक्षा नहीं दी गई है, मानवीय संवेदानओं की तरफ ध्यान नहीं दिया गया है साथ ही टेक्नोलॉजी और इनोवेशन को भी दरकिनार किया गया है लिहाजा हमें ऐसा UN चाहिए जो दुनिया को विकास के रास्ते पर ले जाए। इसीलिए मैं UN के महासचिव पद के लिए अपनी दावेदारी प्रस्तुत कर रही हूं। मैं पीछे खड़ा रहने को नकारती हूं और मैं जो है उसे अपनाने से इनकार करती हूं।
पिछले महीने UN महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने कहा था कि वो यूएन महासचिव के तौर पर एक और कार्यकाल चाहते हैं। एटोनियो गुटेरस का पहला कार्यकाल 31 दिसंबर 2021 को खत्म हो रहा है और अगर वो दोबारा चुने जाते हैं तो उनका अगला कार्यकाल 1 जनवरी 2022 से शुरू होगा।
एक भी महिला UN महासचिव नहीं
यूनाइटेड नेशंस को अस्तित्व में आये 75 साल से ज्यादा का वक्त बीत चुका है मगर अभी तक UN महासचिव पद पर एक बार भी किसी महिला को नहीं चुना गया है। एंटोनियो गुटेरस यूनाइटेड नेशंस के 9वें महासचिव हैं। यूनाइटेड नेशंस में सेक्रेटरी जेनरल का चुनाव जनरल एसेंबली सिक्योरिटी काउंसिल के रिकमेंडेशन के आधार पर करता है। वहीं, किसी नाम पर यूनाइटेड नेशंस के स्थायी सदस्य अपना वीटो भी लगा सकते हैं।
यूनाइटेड नेशंस के प्रवक्ता स्टीफेन दुजारिक ने आकांक्षा अरोड़ा की उम्मीदवारी पर कहा है कि 'एंटोनियो गुटेरस UN महासचिव पद के लिए एक उम्मीदवार हैं और UN महासचिव पद का सलेक्शन सदस्य देशों पर निर्भर करता है, लिहाजा मुझे इससे ज्यादा जानकारी इस वक्त नहीं है। जो भी उम्मीदवारी जताते हैं उन सभी लोगों से बात की जाएगी'। वहीं, यूनाइटेड नेशंस जनरल एसेंबली के अध्यक्ष वोल्कन बोज्किर के प्रवक्ता ब्रेंडन वर्मा ने कहा कि अरोड़ा आकांक्षा का एप्लिकेशन अभी तक यूनाइटेड नेशंस जनरल एसेंबली के प्रेसीडेंट को अभी तक नहीं मिला है। हालांकि, उन्होंने पहले कहा था कि प्रेसीडेंट ऑफिस में किसी ने भी अभी तक उम्मीदवारी नहीं जताई है और सामान्यत: कोई सदस्य देश की तरफ से ही किसी की उम्मीदवारी की अनुशंसा की जाती है।
वीडियो के जरिए अरोड़ा आकांक्षा ने यूनाइटेड नेशंस पर कई आरोप भी लगाए हैं। उन्होंने कहा कि वक्त आ गया है जब यूनाइटेड नेशंस दुनिया के नेताओं की सेवा करना बंद करके जरूरतमंदों की सेवा करना शुरू करे। उन्होंने ये भी कहा कि यूनाइटेड नेशंस जिन विचारों को लेकर आगे चल रहा है उसे पूरा करने में 75 साल नहीं लगाना चाहिए और ना ही उन विचारों को पूरा करने के लिए 75 साल और लगना चाहिए।