देश को दुश्मन से बचाने के लिए अर्मेनिया के PM की पत्नी ने उठाए हथियार, बॉर्डर पर जाकर लड़ेंगी युद्ध
नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों नागोरनो-काराबख क्षेत्र पर कब्जे के लिए अर्मेनिया और अजरबैजान के बीच जंग जारी है। इस जंग के बीच ही अर्मेनिया की फर्स्ट लेडी की हैसियत रखने वाली अन्ना हाकोब्यान ने हथियार उठाने का फैसला कर लिया है। 42 साल की अन्ना, अर्मेनिया के प्राइम मिनिस्टर निकोल पशिनयान की पत्नी हैं। 27 अक्टूबर से वह आर्मी ट्रेनिंग ले रही हैं। अन्ना उस टुकड़ी का हिस्सा हैं जिसमें 13 महिलाएं हैं और ये सभी महिलाएं काराबाख की रक्षा के लिए आगे आएंगी। अन्ना की कुछ फोटोग्राफ्स ट्विटर पर वायरल हो रही हैं। पिछले एक माह से जारी जंग में करीब 5,000 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले दिनों दोनों देशों की तरफ से मानवीय स्तर पर युद्धविराम का ऐलान किया गया है।
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कई फर्स्ट लेडीज को लिखी है चिट्ठी
आर्मीनिया के प्रधानमंत्री ने लड़ाई के मोर्चे पर हालात को बेहद गंभीर बताया है और देश की जनता से अपील की है कि वे हथियार उठाएं। इससे पहले इसी महीने आर्मीनिया के पीएम के 20 साल के बेटे अशोट ने भी लड़ाई में वॉलंटियर बनने के लिए अपना नॉमिनेशन कराया है। इस जंग में अबतक आर्मीनिया के दो हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं। दोनों देशों के बीच सितंबर से जंग जारी है। तीन युद्धविराम समझौते हो चुके हैं और एक समझौते की कोशिश अलग से रूस और अमेरिका की तरफ से की गई है। लेकिन तनाव को कम करने में किसी को भी सफलता हासिल नहीं हुई है। इस माह होकाब्यान की तरफ से एक चिट्ठी अमेरिका, कनाडा, ब्राजील, लेबनान, सिंगापुर, लिथुआनिया, अर्जेंटीना और वियतनाम की फर्स्ट लेडीज को भेजी गई है। इसमें अन्ना ने अपील की है कि वो नागोरनो-काराबाख की आजादी को मान्यता दें, जहां पर नागरिकों पर अजरबैजान की तरफ से हमले हो रहे हैं।