अर्मेनिया संकट: विपक्ष का नेता अंतरिम प्रधानमंत्री बनने की राह पर
अर्मेनिया मे विपक्ष के नेता निकोल पाशिनयान ने देश भर में चल रहे सरकार विरोधी प्रदर्शनों को स्थगित कर दिया है.
उनका ये क़दम सत्तारूढ़ पार्टी के इस संकेत के बाद आया है कि वो पाशिनयान को अंतरिम प्रधानमंत्री बनने में साथ देंगे.
बुधवार को हुए भीषण प्रदर्शनों से अर्मेनिया ठहर सा गया था.
विपक्ष के नेता ने कहा
अर्मेनिया मे विपक्ष के नेता निकोल पाशिनयान ने देश भर में चल रहे सरकार विरोधी प्रदर्शनों को स्थगित कर दिया है.
उनका ये क़दम सत्तारूढ़ पार्टी के इस संकेत के बाद आया है कि वो पाशिनयान को अंतरिम प्रधानमंत्री बनने में साथ देंगे.
बुधवार को हुए भीषण प्रदर्शनों से अर्मेनिया ठहर सा गया था.
विपक्ष के नेता ने कहा कि सत्तारूढ़ दल को अपनी स्थिति और साफ़ करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि वो एक दिन तक प्रदर्शन स्थगित रखेंगे.
मंगलवार को पाशिनयान ने जब अंतरिम प्रधानमंत्री बनने का प्रयास किया था तो सत्तारूढ़ पार्टी ने उनका विरोध किया था.
इकलौते उम्मीदवार
बुधवार को जारी बयान में सत्तारूढ़ रिपब्लिकन पार्टी ने कहा कि वो अंतरिम प्रधानमंत्री के पद के लिए अपना कोई उम्मीदवार नहीं उतारेंगे.
इस बयान के बाद पाशिनयान एकमात्र उम्मीदवार बचे हैं और उनका चुना जाना तय है.
राजधानी येरावान में अपने समर्थकों की भीड़ से मुख़ातिब होकर निकोल पाशिनयान ने कहा, "मामला सुलझ गया है. संसद में सभी धड़े कह रहे हैं कि वो मेरी उम्मीदवारी का समर्थन करेंगे. इसलिए हम विरोध-प्रदर्शन बंद कर रहे हैं."
अर्मेनिया में कई हफ़्तों के सरकार विरोधी प्रदर्शन जारी हैं. इन प्रदर्शनों की वजह से ही दस साल सत्ता में रहने के बाद सर्ज़ सार्गस्यान ने पद छोड़ना पड़ा था.
अब क्या होगा
अब आठ मई को यहां संसद की बैठक होगी जिसमें अंतरिम प्रधानमंत्री का चुनाव होगा.
पाशिनयान गुरुवार को अपनी उम्मीदवारी की औपचारिक घोषणा करेंगे. उन्होंने बीबीसी से कहा कि उनके समर्थक अपने अधिकारों और आत्मसम्मान के लिए लड़ रहे हैं.
निकोल पाशिनयान ने कहा, "मैं एक बात साफ़ कर देना चाहता हूं. ये लड़ाई मुझे प्रधानमंत्री बनाने के लिए नहीं है. ये जंग लोकतंत्र और मानवाधिकारों की हिफ़ाज़त के लिए है."