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क्या जिंदा हैं स्‍टीव जॉब्‍स, सोशल मीडिया पर वायरल एक तस्वीर ने मचाई हलचल

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कैलिफोर्निया। एप्‍पल के को-फाउंडर स्‍टीव जॉब्‍स जिंदा हैं और इस समय इजिप्‍ट में हैं। इस नई थ्‍योरी ने पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर हलचल मचा रखी है। इजिप्‍ट से उड़ी इस अफवाह ने अमेरिका में लोगों के होश उड़ा रखे हैं। आपको बता दें कि साल 2011 में जॉब्‍स की मृत्‍यु हो गई थी। इस नई थ्‍योरी के साथ जॉब्‍स की फोटोग्राफ भी वायरल हो रही है जिसमें वह बैठे हुए नजर आ रहे हैं। इसी फोटो की वजह से लोग कहने पर मजबूर हो रहे हैं जॉब्‍स मरे नहीं हैं बल्कि जिंदा हैं।

इजिप्‍ट में हैं स्‍टीव जॉब्‍स!

इजिप्‍ट में हैं स्‍टीव जॉब्‍स!

इजिप्‍ट में जॉब्‍स जैसे दिखने वाले एक व्‍यक्ति की तस्‍वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। लोग इस फोटोग्राफ को ही देखकर कह रहे हैं कि जॉब्‍स जिंदा हैं। एप्‍पल को को-फाउंडर ने टेक्‍नोलॉजी वर्ल्‍ड में नई क्रांति ला दी थी। उनकी 56 वर्ष की आयु में मृत्‍यु हो गई थी। जॉब्‍स पैंक्रियास कैंसर से पीड़‍ित थे। जॉब्‍स के जैसे दिखने वाले इस व्‍यक्ति ने जूते भी नहीं पहने हुए हैं। जो लोग जॉब्‍स के बारे में जानते हैं उन्‍हें यह मालूम है कि सोचते समय वह हमेशा नंगे पैर रहना पसंद करते थे। इस वजह से भी लोगों की अफवाहों को बल मिल रहा है। इस बीच सोशल मीडिया के कुछ यूजर्स का ध्‍यान इस व्‍यक्ति की कलाई पर गया जिसने एप्‍पल वॉच नहीं पहनी हुई है। इसके बाद लोगों में बहस होने लगी कि यह व्‍यक्ति जॉब्‍स है या कोई और।

अमेरिका से भागकर इजिप्‍ट पहुंचे स्‍टीव

अमेरिका से भागकर इजिप्‍ट पहुंचे स्‍टीव

यह फोटोग्राफ शनिवार को फेसबुक पर पोस्‍ट की गई थी। हालांकि इस बात की कोई जानकारी नहीं कि यह कब की है। इस फोटो को सोशल नेटवर्किंग साइट रेडिट पर भी शेयर किया गया और वहां पर इसे सैंकड़ों की संख्‍या में कमेंट्स मिले। कुछ लोग तो यह तक मानने लगे थे कि यह व्‍यक्ति स्‍टीव जॉब्‍स ही हैं। एक यूजर ने लिखा, 'यह व्‍यक्ति बिल्‍कुल जॉब्‍स जैसा ही दिख रहा है।' एक ने लिखा कि बैठने का तरीका भी एक ही जैसा है। एक यूजर ने कमेंट किया कि हो सकता हो सकता है कि यह फोटो जॉब्स की ही हो क्‍योंकि उन्‍हें इजिप्‍ट से काफी प्‍यार था। यूजर की मानें तो हो सकता है कि जॉब्‍स अमेरिका से भागकर इजिप्‍ट चले गए हों और यहां के अध्‍यात्‍म और दर्शन ने उन्‍हें अपनी तरफ खींच लिया हो।

पांच वर्ष पहले भी आई थीं खबरें

पांच वर्ष पहले भी आई थीं खबरें

यह पहली बार नहीं है कि जब जॉब्‍स के जिंदा होने की खबरें इस तरह से आई हैं। पांच वर्ष पहले ऐसी खबरें आई थीं कि जॉब्‍स ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में कहीं छिपे हैं। लेकिन इस बात को साबित करने के लिए भी कोई सुबूत नहीं दिया जा सका था। जिस समय जॉब्‍स का निधन हुआ वह एप्‍पल के सीईओ थे और उनक जाने के बाद अब टिम कुक एप्‍पल की कमान संभाल रहे हैं। जॉब्‍स ने सन् 1976 में एक गैराज से एप्‍पल कंपनी की शुरुआत की थी। यहां से शुरू हुए एप्‍पल के सफर ने टेक्‍नोलॉजी वर्ल्‍ड को पूरी तरह से बदल कर रख दिया था।

 2004 में पता लगी कैंसर की बीमारी

2004 में पता लगी कैंसर की बीमारी

साल 2004 में उन्‍हें पहली बार पैंक्रियास कैंसर का पता लगा था। साल 2007 में लिवर ट्रांसप्‍लांट हुआ। अपने निधन से तीन माह पहले जॉब्‍स ने कंपनी से इस्‍तीफा दे दिया था। जॉब्‍स ने कहा था कि अब उनके अंदर ताकत नहीं बची है कि वह काम कर सके। अक्टूबर 2001 में एप्‍पल ने आईपॉड लॉन्‍च किया और इसने म्‍यूजिक इंडस्‍ट्री को बदलकर रख दिया। इसके छह वर्ष बाद यानी नौ जनवरी 2007 को एप्‍पल ने अपना पहला आईफोन लॉन्‍च किया था।

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English summary
Apple co-founder Steve Jobs is alive and living Egypt know all about the conspiracy theory.
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