CAA Protest: नेपाली PM ओली को क्यों डिलीट करना पड़ा सोनिया गांधी का वीडियो मैसेज
काठमांडू। पिछले कुछ समय से भारत और नेपाल के बीच तनाव है और इस तनाव के बीच ही नेपाली पीएम केपी ओली ने एक ट्वीट को री-ट्वीट करके अपने लिए विवाद मोल ले लिया। पीएम ओली ने कांग्रेस की अध्यक्षा सोनिया गांधी के उस वीडियो मैसेज को री-ट्वीट किया था जो नए नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में था। ओली को इस पूरे प्रकरण के बाद सोशल मीडिया पर खासी आलोचना का सामना करना पड़ा और अंत में उन्हें इसे डिलीट करना पड़ गया।
CAA के खिलाफ सोनिया का वीडियो
सोनिया गांधी के सीएए पर करीब 2.37 मिनट के वीडियो को जर्नलिस्ट शिवम विज ने ट्वीट किया था। वीडियो में सोनिया ने कानून पर केंद्र सरकार की आलोचना की थी। सोनिया ने कहा था कि केंद्र सरकार कानून पर विरोध प्रदर्शनों को दबाने की कोशिशें कर रही है। जर्नलिस्ट शिवम विज ने वीडियो शेयर करने के साथ ही कैप्शन में लिखा था, 'सोनिया गांधी वह कर रही हैं जो मोदी को अब तक कर देना चाहिए था-राष्ट्र के नाम संबोधन।'जैसे ही नेपाली पीएम ओली के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से इसे री-ट्वीट किया गया, नेपाल में भूचाल की स्थिति हो गई।
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लोगों ने बताया अपरिपक्व कदम
कई लोगों की तरफ से इस कदम को एक अपरिपक्व कूटनीतिक कदम तक करार दे दिया गया। कुछ लोगों ने कहा कि पीएम ओली ने जो किया है उससे भारत के साथ रिश्तों में बुरा असर पड़ सकता है। भूटान से निकलने वाले अखबार द भूटनीज के एडीटर तेनजिंग लामसांग ने इस पर ट्वीट किया और लिखा कि नेपाली पीएम केपी शर्मा ओली ने एक भारतीय का पोस्ट री-ट्वीट किया था। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का संदेश था। लामसान्ग ने ही सबसे पहले री-ट्वीट का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया।
टकराव की स्थिति में हैं भारत-नेपाल
विवाद शुरू होते ही री-ट्वीट हटा दिया गया। इसके बाद ओली के प्रेस एडवाइजर सूर्य थापा ने सफाई पेश की और कहा कि किसी ने प्रधानमंत्री ओली के अकाउंट के पासवर्ड का दुरुपयोग किया। थापा की मानें तो इस मामले की जांच जारी है। आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से भारत और नेपाल के बीच कालापानी को लेकर टकराव की स्थिति है। नेपाल, भारत के उस नए नक्शे से नाराज है जिसमें उत्तराखंड और नेपाल की सीमा पर पड़ने वाले कालापनी को भारतीय सीमा में दिखाया गया है।
चीन के समर्थक हैं पीएम ओली
नेपाली पीएम ओली को चीन का समर्थक माना जाता है। वह पिछले वर्ष अप्रैल में चुनाव जीतने के बाद भारत के दौरे पर आए थे। ओली हमेशा से कहते आए हैं कि नेपाल, भारत के साथ अपने रिश्तों को खासी अहमियत देता है। दोनों देशों का एक पुराना इतिहास है और दोनों देशों के पास एक-दूसरे को देने के लिए काफी कुछ है। फिलहाल इस नए घटनाक्रम पर अभी तक भारत की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।