ट्रंप प्रशासन से हुई एक और अफ़सर की छुट्टी
ट्रंप प्रशासन से किनारे किए जाने वाले अफ़सरों की सूची में एक और नाम जुड़ गया है.
इस बार एफ़बीआई के पूर्व उप-निदेशक एंड्रयू मैकेब को बर्ख़ास्त किया गया है. वे कुछ दिनों के बाद ही पेंशन अधिकारों के साथ रिटायर होने वाले थे.
अमरीकी अटॉर्नी जनरल जेफ़ सेशंस ने उन्हें बर्ख़ास्त किया है.
उनका कहना है कि आंतरिक जांच में पाया गया है
ट्रंप प्रशासन से किनारे किए जाने वाले अफ़सरों की सूची में एक और नाम जुड़ गया है.
इस बार एफ़बीआई के पूर्व उप-निदेशक एंड्रयू मैकेब को बर्ख़ास्त किया गया है. वे कुछ दिनों के बाद ही पेंशन अधिकारों के साथ रिटायर होने वाले थे.
अमरीकी अटॉर्नी जनरल जेफ़ सेशंस ने उन्हें बर्ख़ास्त किया है.
उनका कहना है कि आंतरिक जांच में पाया गया है कि उन्होंने सूचना लीक की और जांचकर्ताओं को गुमराह किया.
मैकेब ने इन आरोपों को ख़ारिज किया है और कहा है कि 2016 के चुनावों में कथित रूसी हस्तक्षेप की जांच में उनके शामिल होने के कारण उन्हें निशाना बनाया गया है.
ट्रंप की सत्ता का साथ छोड़ने वाले सात लोग
https://twitter.com/realDonaldTrump/status/974859881827258369
ट्रंप का ट्वीट
अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने मैकेब पर डैमोक्रेट्स को लेकर पूर्वाग्रहों से ग्रस्त होने का आरोप लगाया था.
मैकेब को निकाले जाने के बाद उन्होंने सेशंस के फ़ैसले की प्रशंसा की.
ट्रंप ने ट्वीट किया, "एंड्रयू मैकेब बर्ख़ास्त, एफ़बीआई के मेहनती पुरुषों और महिलाओं के लिए एक बड़ा दिन. लोकतंत्र के लिए एक बड़ा दिन. पाखंडी जेम्स कोमी उनके बॉस थे और मैकेब को उन्होंने गायक दल का सदस्य जैसा बनाया हुआ था. वह सभी झूठ और एफ़बीआई में उच्च स्तर पर होने वाले भ्रष्टाचार के बारे में जानते थे."
दिसंबर में राष्ट्रपति ट्रंप ने एफ़बीआई में नंबर दो रहे मैकेब पर तंज़ कसते हुए ट्वीट किया था, "एफ़बीआई उप-निदेशक एंड्रयू मैकेब पूरे लाभ के साथ रिटायरमेंट की ओर बढ़ रहे हैं. 90 दिन बाकी हैं."
डोनल्ड ट्रंप ने विदेश मंत्री टिलरसन को हटाया
किम और ट्रंप मिलेंगे तो इन चुनौतियों का क्या होगा?
मैकेब क्यों निकाले गए?
न्याय विभाग के प्रमुख सेशंस ने कहा कि मैकेब को लेकर की गई 'व्यापक और निष्पक्ष जांच के बाद' यह फ़ैसला लिया गया है. एफ़बीआई के उप-निदेशक मैकेब ने समीक्षा के बाद जनवरी में आधिकारिक रूप से पद छोड़ दिया था.
सेशंस ने कहा कि आंतरिक रिपोर्ट में पाया गया है कि मैकेब ने 'न्यूज़ मीडिया के सामने अनाधिकृत रूप से जानकारी शेयर की और कई मौकों पर शपथ के साथ-साथ उनमें स्पष्टता की कमी थी.'
इस रिपोर्ट को जारी नहीं किया गया था लेकिन माना जाता है कि यह रिपोर्ट अक्टूबर 2016 में एक पत्रकार और उन दो एफ़बीआई कर्मचारियों के बीच हुए इंटरव्यू पर आधारित थी जिसे मैकेब ने अधिकृत किया था. इसमें विदेश मंत्री रहते हुए हिलरी क्लिंटन द्वारा निजी ईमेल सर्वर इस्तेमाल करने की जांच की स्थिति बताई गई थी.
शुक्रवार को सेशंस ने बयान जारी कर कहा कि इंस्पेक्टर जनरल की रिपोर्ट और विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी की सिफ़ारिश पर मैकेब की नौकरी तुरंत समाप्त की जाती है.
पद छोड़ने के बाद मैकेब छुट्टी पर थे लेकिन रिटायरमेंट तक उनको एफ़बीआई में रहना था.
वह दो दशकों से एफ़बीआई के साथ थे और वह रविवार को जब 50 साल के हो जाते तो पेंशन के हक़दार हो जाते. उनके निष्कासन ने उनकी पेंशन पर भी शंका पैदा कर दी है.
मैकेब की प्रतिक्रिया
नौकरी से निकाले जाने के बाद मैकेब ने एक लंबा बयान जारी किया है जिसमें उन्होंने आरोपों को सिरे से ख़ारिज किया है और उन्होंने इसे उनकी विश्वसनीयता पर हमलों का कैंपेन बताते हुए इसकी निंदा की है.
उन्होंने ज़ोर दिया कि अक्तूबर 2016 में इंटरव्यू आयोजित करके उन्होंने कुछ भी ग़लत नहीं किया था और सच ढूंढने के लिए काफ़ी लंबी प्रक्रिया तय की थी.
उन्होंने कहा कि इससे यह कहानी पता चलती है कि कानूनी एजेंसियां जब राजनीतिक हो जाएं तो क्या हो सकता है.
यह कोई पहली दफ़ा नहीं है जब किसी शख़्स को उसके पद से बर्ख़ास्त किया गया है.
हाल ही में अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन को बर्ख़ास्त किया था.
इसके अलावा कई लोगों ने ट्रंप प्रशासन का साथ छोड़ा है जिसमें व्हाइट हाउस के आर्थिक सलाहकार गैरी कॉन और स्वास्थ्य सचिव टाम प्राइस जैसे लोग भी शामिल हैं.