'शर्मिंदा', होलोकॉस्ट को याद कर बोलीं मर्केल- एंटी सेमेटिज्म के खिलाफ खड़े होने की जरूरत
Angela Merkel on International Holocaust Remembrance Day: बर्लिन। जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने अंतरराष्ट्रीय होलोकॉस्ट स्मरण दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि एंटी-सेमिटिज्म के खिलाफ दृढ़ता से खड़े होने की जरूरत है। हिटलर द्वारा यहूदियों पर किए गए हत्याचार की याद में हर साल 27 जनवरी को अंतरराष्ट्रीय होलोकस्ट स्मरण दिवस मनाया जाता है। हिटलर के नाजी जर्मनी शासन में 1941 से 1945 तक लाखों यूरोपीय यहूदियों का नरसंहार किया गया था जिसे होलोकॉस्ट कहा जाता है।
वीडियो
के
जरिए
दिया
संदेश
इस
बार
कोरोना
वायरस
की
वजह
से
वर्चुअल
हो
रहे
कार्यक्रम
में
बोलते
हुए
कहा
कि
एंटी-सेमेटिज्म
के
खिलाफ
मजबूती
से
खड़े
होकर
इसे
नाकाम
करने
की
जरूरत
है।
उन्होंने
कहा
कि
आज
दुनिया
में
होलोकॉस्टर
के
इनकार
या
इसे
कम
बताने
के
खिलाफ
होना
होगा।
स्मरण दिवस पर आयोजित समारोह में वीडियो संदेश के जरिए जर्मन चांसलर ने होलोकॉस्ट के पीड़ितों को याद करते हुए कहा कि वह यहूदियों के नरसंहार से बहुत शर्मिंदा हैं। उन्होंने कहा कि नेशनल सोशलिस्ट पार्टी के शासनकाल में नागरिक मूल्यों के साथ विश्वासघात किया गया था।
कार्यक्रम का आयोजन अंतरराष्ट्रीय होलोकॉस्ट स्मरण गठबंधन, संयुक्त राष्ट्र और संयुक्त राष्ट्र की संस्था यूनेस्को ने मिलकर किया था।
नरसंहार
को
किया
याद
जर्मन
चांसलर
ने
कहा
कि
"76
साल
पहले
27
जनवरी
1945
को
ऑस्वित्ज-बिर्केनाऊ
(Auschwitz-Birkenau)
स्थित
यातना
शिविर
को
आजाद
कराया
गया
था।
वहां
और
अन्य
दूसरी
जगहों
पर
नेशनल
सोशलिस्ट
शासन
ने
जो
कुछ
किया
था
वो
कल्पना
से
भी
परे
(भयावह)
था।
उस
नरसंहार
(यहूदियों)
से
मैं
बहुत
शर्मिंदा
हूं।
नेशलन
सोशलिस्ट
शासन
ने
नागरिक
मूल्यों
के
साथ
विश्वासघात
किया
था।"
मर्केल आगे कहा "हमें एंटी-सेमेटिज्म (यहूदी विरोधी भावना) के खिलाफ मजबूती से खड़े होना चाहिए और फिर यह चाहे खुलकर हो या पीछे से समर्थन देना हो। और होलोकॉस्ट से इनकार करना या इसे कम बताने का विरोध करना होगा।.. इस भावना के साथ हम होलोकॉस्ट के पीड़ितों को याद करके उन्हें सम्मान दे सकते हैं।"
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