मंगल पर मिला प्राचीन मिस्र स्टाइल में बना मकबरा! तस्वीरें देख चकराए वैज्ञानिक, मिल गया एलियन लोक?
नासा की रिपोर्ट के मुताबिक, मंगल ग्रह पर जिस जगह पर ये रहस्यमयी दवाजा मिला है, उस जगह को ग्रीनह्यू पेडिमेंट कहा जाता है, और इसी की तस्वीर 7 मई 2022 को नासा के क्यूरियोसिटी रोवर के मास्टकैम ने ली थी।
वॉशिंगटन, मई 20: पिछले हफ्ते अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने मंगल ग्रह पर एक चौकोर रास्ते का खोज किया था। नासा के क्यूरियोसिटी रोवर ने मंगल पर खोज करते समय एक पहाड़ के बीच चौकोर रास्ते की खोज की थी। तस्वीरों को देखने से ऐसा मालूम हो रहा था, कि पहाड़ को काटकर बीच से एक रास्ते का निर्माण किया गया है, लेकिन ये रहस्यमयी दरवाजा क्या है, ये रास्ता कहां जाता है और इस दरवाजे का निर्माण आखिरकार किसने किया है, इसका पता अभी तक नहीं चल पाया है। इस बीच एक यूएफओ एक्सपर्ट ने दावा किया है कि, मंगल ग्रह पर मिला ये दरवाजा असल में मिस्र के प्राचीन मकबरे की तरह हैं।
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नासा को मिला मंगल पर दरवाजा
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की ये तस्वीर काफी ज्यादा हैरान करने वाली हैं और तस्वीर को देखने से पता चलता है, कि अंदर कोई जीव रह रहा हो या फिर हो सकता है, कि इस दरवाजे के पीछे कोई संसार बसा होगा। लेकिन, फिलहाल के लिए ये सोच सिर्फ कोरी कल्पना है, क्योंकि दरवाजे की किसी भी सच्चाई की अभी तक तस्दीक नहीं की गई है। नासा के क्यूरियोसिटी रोवर ने 7 मई 2022 को मंगलग्रह पर मौजूद एक पहाड़ में बने इस रास्ते की तस्वीर ली थी। हालांकि, ये तस्वीर ब्लैक एंड व्हाइट थी, जिसे नासा के वैज्ञानिकों ने रंगीन किया था। नासा की तरफ से शुरूआत में कहा गया कि, इस तस्वीर को देखने के बाद हमें लगा कि, शायद हमें मंगल ग्रह पर बसे किसी जीवन तक पहुंचने का रास्ता मिल गया है, या फिर ये दरवाजा एलियंस के बीच पहुंचने का द्वार है।
क्या है दरवाजे का राज?
हालांकि, नासा अभी इस रहस्यमयी दरवाजे को लेकर रिसर्च कर रहा है, लेकिन यूएफओ पर रिसर्च करने वाले एक्सपर्ट स्कॉट सी. वारिंग ने YouTube पर मंगल की सतह की GigaPan छवियों के साथ एक नया वीडियो पोस्ट किया है। जिसके बारे में उनका मानना है कि इनमें से कम से कम छह ऐसी रहस्यमयी संरचनाएं दिखाई देती हैं. जो उनका मानना है कि ये मिस्र के प्राचीन मकबरे के प्रवेश द्वार से मिलती-जुलती हैं। अपने ब्लॉग यूएफओ साइटिंग्स डेली पर अपना नया वीडियो पोस्ट करते हुए वारिंग ने लिखा है कि, ‘दोस्तों, मैं इस गिगापैन मार्स फोटो पर रिसर्च कर रहा था और मैंने देखा कि, इसमें सिर्फ एक ही दरवाजा नहीं है, बल्कि इसके आसपास ऐसे 6 दरवाजे मौजूद हैं, और सभी समान ऊंचाई और चौड़ाई के हैं। उन्होंने कहा कि, ‘यह एक फैक्ट है, जिससे साबित होता है कि, मंगल ग्रह पर काफी छोटे आकार के जीव रहते हैं, जिनकी ऊंचाई करीब 6 इंच हो सकती हैं।'
मंगल ग्रह पर मौजूद है जिंदगी?
स्कॉट सी. वारिंग ने कहा कि, इस तस्वीर को ध्यान से देखने पर पता चलता है कि, फोटो के सबसे बाईं ओर एक बैल स्फिंक्स भी मौजूद है। बैल के पंख मुड़े हुए हैं। एक लंबी वस्तु भी है जिसमें मूंगा सांप जैसा रंग है'। उन्होंने कहा कि, वास्तव में यह बहुत अजीब है।" उन्होंने दावा किया कि, यह खोज "100% सबूत है कि विदेशी जीवन एक बार मंगल ग्रह पर रहता था"। आपको बता दें कि, उन्होंने पिछले हफ्ते भी एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने इस तस्वीर का विश्लेषण किया था, और मंगल ग्रह पर मिले इस दरवाजे को उन्होंने प्राचीन मिस्र में रामेस के मकबरे के लिए एक फुट ऊंचे दरवाजे का जैसा बता था। उन्होंने कहा कि, ये दरवाजा काफी छोटा है और शायद यहां रहने वाले जीवों की ऊंचाई 8 इंच के करीब रही होगी।
विशेषज्ञों ने खारिज किया दावा
हालांकि, विशेषज्ञों ने इन दावों को खारिज कर दिया है। मंगल ग्रह के भूविज्ञान का अध्ययन करने वाले ब्रिटिश भूविज्ञानी नील हॉजसन ने लाइव साइंस को बताया कि, ‘यह एक बहुत ही जिज्ञासु तस्वीर है लेकिन संक्षेप में, लेकिन यह मेरे लिए प्राकृतिक क्षरण जैसा दिखता है।" वहीं, कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि, जिस तस्वीर को नासा ने जारी किया है, वो असल में पत्थरों के बीच में बना एक गड्ढ़ा भर है, जो लाल ग्रह पर मौजूद धूल से भरा हुआ है। कुछ वैज्ञानिकों के कहना है कि, भूकंप आने की वजह से इस संरचना का निर्माण हुआ होगा और यह दरवाजे की तरह दिखने लगा है। ये दरवाजा कुछ ही इंच लंबा है, लेकिन सिर्फ इस तस्वीर के आधार पर इस दरवाजे की सटीक ऊंचाई के बारे में अनुमान लगाना काफी मुश्किल है।
मंगल पर कहां मिला ये दरवाजा?
नासा की रिपोर्ट के मुताबिक, मंगल ग्रह पर जिस जगह पर ये रहस्यमयी दवाजा मिला है, उस जगह को ग्रीनह्यू पेडिमेंट कहा जाता है, और इसी की तस्वीर 7 मई 2022 को नासा के क्यूरियोसिटी रोवर के मास्टकैम ने ली थी। नासा ने बताया है कि, पिछले कुछ सालों में नासा पर मौजूद रोवर ने कई रहस्यमयी तस्वीरें ली हैं, जिनमें बर्फ के गड्ढ़े, अलग अलग आकार-प्रकार के पत्थर, सुनसान पहाड़ शामिल हैं।
नासा ने क्या कहा?
नासा ने कहा है कि, अभी तक मंगल ग्रह पर जीवन होने के किसी भी तरह के कोई सबूत नहीं मिले हैं और इस तस्वीर में जो दरवाजे की तरफ आकृति दिख रही है, उसको लेकर भी फिलहाल किसी भी तरह के कयास नहीं लगाए जा सकते हैं और अभी एलियंस से संबंधित कहानियों से भी बचना चाहिए। नासा ने कहा कि, अभी इस तस्वीर को लेकर काफी गहरी रिसर्च की जानी है और उसके बाद ही पुख्ता तौर पर कुछ कहा जा सकता है। आपको बता दें कि, नासा के रोवर से पहले पिछले साल चीन के एक यूतू-2 रोवर ने भी चौकोर आकार की एक आकृति देखी और उसकी तस्वीर भेजी थी, जिसे एलियंस की झोपड़ी कहा गया था। हालांकि, बाद में जांच के बाद पता चला था कि, वो सिर्फ एक पत्थर है, लेकिन उसका डिजाइन किसी झोपड़ी की तरह ही मिला था।
पानी को लेकर भी बड़ी खोज
आपको बता दें कि, नासा की तरफ से पिछले साल भी एक रिपोर्ट जारी की गई थी, जिसमें कहा गया था कि मंगलग्रह पर मौजूद उसके रोवर ने कुछ ऐसी तस्वीरें भेजी हैं, जिससे पता चलता है कि 3.7 अरब साल पहले मंगलग्रह के निर्माण में पानी ने भूमिका निभाई थी। नासा के रोवर ने जिन तस्वीरों को भेजा था, उसमें एक डेल्टा के होने का पता चला है। जिसका मतलब ये हुआ कि, रोवर द्वारा भेजी तस्वीर में एक सूखा पानी के झील के होने का पता चला है। तस्वीरों के आधार पर वैज्ञानिकों ने कहा कि, इन तस्वीरों के आधार पर मंगल ग्रह पर प्राचीन जीवन होने के सबूत खोजने काफी मदद मिलेगी।
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