Video: किसी 'गे' को राष्ट्रपति बनते नहीं देख सकती, अमेरिकी महिला ने वापस मांगा अपना वोट
वाशिंगटन। अमेरिका में आयोवा कॉकस का चुनाव होने के साथ ही 2020 राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया की औपचारिक शुरुआत हो गई है। इस बीच खबर आई है कि एक महिला ने अपने वोट को वापस मांगा है। इस महिला ने डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता पीट बूटएजएज (Pete Buttigieg) को समर्थन दिया था। महिला को जब पता चला कि बूटएजएज 'गे' (समलैंगिक) हैं, तभी उसने अपना वोट वापस मांग लिया। इसका एक वीडियो भी ट्विटर पर काफी शेयर किया जा रहा है।
महिला ने धार्मिक मान्यताओं का हवाला दिया
महिला का कहना है कि वो अपना वोट बदलना चाहती है और बूटएजएज को समर्थन नहीं देगी। उसका कहना है कि वह अपनी धार्मिक मान्यताओं के चलते ऐसा कह रही है। ग्रामीण आयोवा में महिला ने सोमवार शाम कहा, 'क्या आप ये कह रहे हैं कि उनका समलैंगिक पार्टनर है? क्या आप मजाक कर रहे हैं?' 'पीट 2020' का स्टिकर पहने महिला ने कॉकस के आयोजनकर्ता से कहा, 'अच्छा.. तो मैं ऐसे किसी शख्स को व्हाइट हाउस में नहीं देख सकती। तो क्या मुझे मेरा कार्ड वापस मिल सकता है।'
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कॉकस में आगे चल रहे हैं बूटएजएज
बता दें शुरुआती आंकड़े बताते हैं कि बूटएजएज कॉकस में आगे चल रहे हैं। इस मामले पर कॉकस की अधिकारी का कहना है कि हमें लिंग के आधार पर किसी के साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए। राष्ट्रपति की दावेदारी पेश करने वाले बूटएजएज को अगर चुनवों में जीत मिलती है, तो वह अमेरिका के इतिहास में पहले 'गे' राष्ट्रपति होंगे। अमेरिका में कुछ लोगों का कहना है कि देश को चलाने के लिए क्षमता चाहिए। जो कि बूटएजएज में है। जबकि कुछ लोग मानते हैं कि वह समलैंगिक हैं और ठीक से काम नहीं कर पाएंगे।
कास्टेन ग्लेजमैन से की शादी
वहीं बूटएजएज की बात करें तो उन्होंने लोगों से कुछ नहीं छिपाया है। उन्होंने हाई स्कूल शिक्षक कास्टेन ग्लेजमैन के साथ शादी की है। उन्होंने हमेशा अपना संघर्ष, अपनी शादी और अपनी पहचान खुलकर जाहिर की है। बूटएजएज का कहना है कि वह किसी एक समूह के लिए नहीं बल्कि हर किसी के लिए राष्ट्रपति बनना चाहते हैं।
अमेरिका में पार्टियां कैसे घोषित करती हैं अपना उम्मीदवार?
बता दें अमेरिका में राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित करने के लिए राजनीतिक पार्टियों को एक प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। जिसे कॉकस प्रक्रिया कहा जाता है। राजनीतिक दलों को सभी 50 प्रांतों में लोकतांत्रिक प्रक्रिया से गुजरना होता है। इसे आमतौर पर कॉकस के अलावा प्राइमरी प्रक्रिया भी कहा जाता है। जिससे राजनीतिक दल राष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार चुनते हैं। प्राइमरी के विजेताओं को पार्टियां अपना उम्मीदवार घोषित करती हैं। यहां राष्ट्रपति पद के लिए नवंबर 2020 में चुनाव होने हैं।