सामने आईं कोरोना संक्रमित कोशिकाओं की तस्वीरें, देखिए फेफड़े पर वायरस कैसे करता है हमला
नई दिल्ली। चीन के वुहान शहर से निकला कोरोना वायरस दुनियाभर में करीब 3 करोड़ से अधिक लोगों को अपनी चपेट में ले चुका है। महामारी को प्रकाश में आए 10 महीने से अधिक का समय हो गया है लेकिन अभी भी वैज्ञानिक पूरी तरह इस वायरस के बारे में नहीं जान पाए हैं। इस बीच साइंटिस्ट के हाथ एक बड़ी कामयाबी लगी है। अमेरिका के नॉर्थ कैरोलिना में स्थित यूएनसी स्कूल ऑफ मेडिसिन लैबोरेटरी को कोरोना संक्रमित कोशिकाओं की तस्वीरें लेने में सफलता मिली है। ये तस्वीरें बताती हैं कि फेफड़ों के अंदर प्रत्येक कोशिका पर कितने वायरस पार्टिकल बन रहे हैं।
महामारी के इलाज में मिल सकती है मदद
गौरतलब है कि दुनिया के करीब 30 देश कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीन तैयार करने में जुटे हुए हैं, जिनमें से अधिकतर अभी ट्रायल के दौर में ही हैं। आपको बता दें कि कोविड-19 वायरस किसी भी रोगी के फेफड़ों को ही ज्यादा नुकसान पहुंचाता है। ऐसे में फेफड़ों के अंदर की संक्रमित कोशिकाओं की तस्वीर मिलने से वैज्ञानिकों को महामारी के इलाज में मदद मिल सकती है।
कोरोना संक्रमित फेफड़े की पहली तस्वीर
यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ कैरोलिना (यूएनसी) चिल्ड्रन्स रिसर्च इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं ने श्वसन प्रक्रिया वाले मार्ग की सार्स-कोव-2 (sars-cov-2) संक्रमित कोशिकाओं की नई तस्वीरें प्रकाशित की हैं। अच्छी बात ये है कि सभी तस्वीरें ग्राफिकल है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शोधकर्ताओं ने प्रयोगशाला में हयूमन ब्रोन्कियल ऐपिथेलियल सेल्स में नए कोरोना वायरस का टीका लगाया और फिर 96 घंटे बाद इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोपी का उपयोग कर इसकी जांच की गई।
इस उद्देश्य से ली गई तस्वीरें
इंस्टीट्यूट द्वारा जारी की गई तस्वीरों में मानव श्वसन तंत्र की सतह पर बड़ी संख्या में वायरस पार्टिकल को देखा जा सकता है। ये अन्य ऊतकों (टिश्यू) को संक्रमित करने और अन्य लोगों तक संक्रमण फैलाने के लिए लिए तैयार हैं। वैज्ञानिकों ने ये तस्वीरें इस बात को समझाने के लिए ली कि वायुमार्ग का कोरोना वायरस संक्रमण कितना गंभीर हो सकता है। इन तस्वीरों में संक्रमण की गंभीरता को आसानी से देखा जा सकता है, साथ ही यह दूसरों को संक्रमित करने के लिए भी काफी हद तक जिम्मेदार है।
तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है संक्रमण
इन तस्वीरों को यूएनसी में सहायक प्रोफेसर कैमिल अहर ने कई अन्य प्रयोगशालाओं के सहयोग से विकसित किया है। फोटो में संक्रमित कोशिकाओं को अलग-अलग रंगों में दर्शाया गया है। तस्वीरों में दिखाई दे रही बाल जैसी संरचनाएं, फेफड़ों से बलगम (और फंसे हुए वायरस) का परिवहन करती हैं। बड़ा वायरल इंफेक्शन संक्रमित व्यक्ति के कई अंगों में संक्रमण फैला सकता है और संभवत: दूसरों में कोविड-19 ट्रांसमीट करने की आवृत्ति बढ़ाएगा।
देश-दुनिया में कोरोना का तांडव जारी
देश-दुनिया में कोरोना वायरस का प्रकोप कम होता नजर नहीं आ रहा है। विश्वभर में करीब तीन करोड़ लोग कोरोना महामारी से संक्रमित हो चुके हैं। राहत की बात ये है कि इनमें से दो करोड़ से ज्यादा लोग ठीक भी हुए हैं। वहीं भारत की बात करें तो देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) का संकट लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले 24 घंटों में भारत में कोरोना के मामले 47 लाख के पार। सामने आए 94,372 नए मामले, 1114 लोगों ही हुई मौत। देश में कोरोना के कुल मामले 47,54,357 हुए, अब तक 78,586 की मौत हो चुकी है।
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