कोरोना के प्रकोप से संभल नहीं पा रही अमेरिकी अर्थव्यवस्था
नई दिल्ली- अमेरिका में कोरोना वायरस के मामले घटने का नाम नहीं ले रहे, जिसके चलते अर्थव्यवस्था के पटरी पर लॉटने की उम्मीदें भी धाराशाही होने लगी हैं। अमेरिका में सेलफोन के डेटा से पता चला है कि लोग खरीदारी के लिए दुकानों में जाने से परहेज कर रहे हैं। खासकर उन इलाकों में जहां ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं। जबकि वहां की सरकारों की ओर से लगातार कोशिश हो रही है कि कोरोना की वजह से कारोबार में रुकावट न आने दी जाए, लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है। ऊपर से संक्रमण बढ़ने से वहां के लोगों की चिंता अलग बढ़ गई है।
अमेरिका में कारोबार है मंदा
अमेरिका के अरिजोना, टेक्सास, फ्लोरिडा, जॉर्जिया और साउथ कैरोलिना जैसे राज्यों ने मई के पहले हफ्ते से ही कारोबार को ढील दे दी गई थी, लेकिन वहां भी लोग खरीदारी के लिए नहीं निकल रहे हैं। बुधवार को एक दिन में जो कोरोना वायरस के 60,000 नए मामले सामने आने के बाद तो स्थिति और ज्यादा बिगड़ गई है। यह दुनियाभर में एक दिन में आया अबतक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। यही नहीं वहां बुधवार को ही लगातार दूसरे दिन 900 से ज्यादा लोगों की मौत हुई। गुरुवार को फ्लोरिडा में 9,000 नए केस देखने को मिले और 120 लोगों की कोरोना से मौत हो गई। बुधवार को अमेरिका के दो सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्यों कैलिफोर्निया और टेक्सास ने कोरोना से मरने वालों की संख्या में रिकॉर्ड इजाफा दर्ज किया।
सरकार दे रही है ढील, लेकिन लोग निकल नहीं रहे
इंफेक्शन के इस कदर बढ़ने से कुछ अमेरिकी बाहर निकलने से बच रहे हैं, जिससे अर्थव्यवस्था खड़ी नहीं हो पा रही है। जबकि, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जोखिम को हल्का दिखाने के सारे प्रयास किए हैं। फ्लोरिडा के ओरलैंडो की निवासी 41 साल की स्टेफनी पोर्टा कहती हैं कि उनकी ग्रोसरी शॉप में आधे ही लोग मास्क लगाकर आते थे, लेकिन पिछले दो हफ्तों से स्थिति ही बदल गई है। वो कहती हैं, 'वो यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि सबकुछ सामान्य है, जबकि ऐसा है नहीं। लोग मर रहे हैं, लोग बीमार हो रहे हैं। यह शर्मनाक है।' हालांकि, कैलिफोर्निया, फ्लोरिडा और टेक्सास के गवर्नरों ने ज्यादातर कारोबार को बंद करने या लोगों को घरों में रहने के लिए कहने से मना कर दिया है या कहते हैं कि यह अंतिम उपाय होगा। फिलहाल पाबंदिया बार, बीच और कुछ इसी तरह के कारोबार पर है। आलम ये है कि इतने मामलों के बावजूद फ्लोरिडा का वॉल्ट डिजनी वर्ल्ड रिजॉर्ट ने 11 जुलाई से इसे दोबारा से खोलने की घोषणा कर रखी है। क्योंकि, फ्लोरिडा की इकोनॉमी मुख्य रूप से टूरिज्म पर ही निर्भर है।
बेरोजगारी का भी ग्राफ बढ़ रहा है
शुरू में निवेशक सोच रहे थे कि अर्थशास्त्रियों ने जो भविष्यवाणी की थी, वैसा नहीं हुआ और केस घटने से वह खुश होने लगे थे। लेकिन, बेरोजगारों की बढ़ती संख्या ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। वहां बेरोजगारी भत्ता लेने वालों की तादाद 3.29 करोड़ तक पहुंच चुकी है। जबकि, मार्च के बाद इसमें सुधार देखने को मिलने लगा था। न्यूयॉर्क में एमयूएफजी के चीफ इकोनॉमिस्ट क्रिस रुपके कहते हैं, 'बेवकूफ मत बनिए, आर्थिक परेशानी अभी खत्म नहीं हुई है, लंबे समय से नहीं।' अमेरिका के 50 में से 41 राज्यों में पिछले दो हफ्तों में जिस तरह से नए मामले बढ़े हैं, उसके बाद अमेरिकी न्यूज एजेंसियों के मुताबिक कई राज्यों ने कारोबार दोबारा खोलने और पाबंदियां घटाने की योजनाओं पर फिलहाल रोक लगा दी है।
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