'तुम्हारा सरनेम हिंदू जैसा नहीं लगता' कहकर साइंटिस्ट को गरबा से निकाला बाहर
वॉशिंगटन । गुजरात के वडोदरा का रहने वाले एक साइंटिस्ट को अमेरिका में इसलिए गरबा खेलने से मना कर दिया गया, क्योंकि उसके नाम में हिंदू प्रतित नहीं होता है। अमेरिका के अटलांटा की यह घटना है, जहां डॉ. करण जानी को गरबा खेलते हुए बाहर निकाल दिया क्योंकि ऑर्गनाइजर्स को उसका सरनेम हिंदू जैसा नहीं लग रहा था। करण ने इसकी शिकायत अटलांटा में गरबा आयोजन करवा रहे ट्रस्ट से की है। करण का कहना है कि गरबा के दौरान उनके साथ दो महिला दोस्तों के साथ भी बद्तमीजी की गई।
Photo Credit: Karan Jani/FB
29 साल के करण जानी अमेरिका में एक एस्ट्रोफिजिस्ट हैं, जो पिछले 2016 से लीगो (Laser interferometer gravitational-wave observatory) टीम का हिस्सा है। नवरात्री में अपने साथ हुए गलत बर्ताव के बाद करण ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्वीटर और फेसबुक पर इस घटना का जिक्र किया है। करण ने आरोप लगाया कि अटलांटा में श्री शक्ति मंदिर में गरबा के दौरान ऑर्गनाइजर्स ने उन्हें बाहर निकाल दिया। करण ने कहा कि वह पिछले छह सालों से यहां गरबा खेल रहे हैं और इससे पहले कभी ऐसी समस्या खड़ी नहीं हुई। करण ने इसकी शिकायत गुजरात ऑर्गेनाइजर्स को भी की लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ।
करण ने कहा कि उनके एक वॉल्युंटर ने उनसे कहा कि हम तुम्हारे कार्यक्रम में नहीं आते, इसलिए तुम भी हमारे इस कार्यक्रम में नहीं आ सकते। करण की जब एक महिला मित्र ने वाल्युंटर से कहा कि वह कन्नड़-मराठी समुदाय से है, तो वॉल्युंटर ने पहचानने से इनकार करते हुए कहा कि तुम इस्माइली लगती हो।
करण ने कहा कि वे अमेरिका में पिछले 12 सालों से रह रहे हैं और इस प्रकार का भेदभाव उन्होंने कभी नहीं देखा। करण ने इसकी शिकायत श्री शक्ति मंदिर में भी की थी, लेकिन यह मामला जब मीडिया में उठा तब उन्होंने जवाब दिया। करण ने कहा कि मामले बढ़ने के बाद मंदिर के चेयरमैन का उनके पास कॉल आया और इस घटना पर माफी मांगते हुए कहा कि मंदिर भेदभाव में विश्वास नहीं करता है।
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