Corona Vaccine: कोवैक्स का हिस्सा नहीं होगा अमेरिका, जानिए ये फैसला क्यों है दुनिया के लिए झटका
नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी पर काबू पाने के लिए दुनियाभर के वैज्ञानिक वैक्सीन तैयार करने में लगे हुए हैं। रूस के बाद अब अमेरिका भी जल्द अपनी एक वैक्सीन को मंजूरी दे सकता है। इसी बीच डॉनल ट्रंप प्रशासन ने दुनिया को कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ा झटका दिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से पहले ही अलग हो चुके अमेरिका ने अब कोरोना की वैक्सीन तैयार करने, उत्पादन और वितरण के उद्देश्य से तैयार किए गए वैश्विक समूह के साथ आने से इनकार कर दिया है।
डब्ल्यूएचओ की वजह से अमेरिका ने लिया ये फैसला
गौरतलब है कि दुनियाभर के देशों को इस समय कोरोना वायरस वैक्सीन की सख्त जरूरत हैं। महामारी के प्रकोप को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन के सह नेतृत्व में ग्लोबल एक्सेस फैसिलिटी (कोवैक्स) तैयार की गई है, ताकि विभिन्न देश कोरोना वैक्सीन को लेकर एक दूसरे के साथ जुड़ सकें और सभी को जल्दी वैक्सीन मिले। अब अमेरिका ने यह कहते हुए इसके साथ आने से इनकार कर दिया है कि कोवैक्स का सह नेतृत्व विश्व स्वास्थ्य संगठन कर रहा है। बता दें कि कोवैक्स के साथ जुड़ने के लिए सभी देशों को 31 अगस्त तक का समय दिया था।
कोवैक्स से 170 देश जुड़ने पर कर रहे चर्चा
पिछले महीने डब्ल्यूएचओ ने बताया था कि कोवैक्स को बनाने का उद्देश्य, एक बार कोरोना वैक्सीन तैयार होने के बाद उसे समान रूप से दुनियाभर में बांटना है। अब तक कोवैक्स से 170 देश जुड़ने को लेकर चर्चा कर रहे हैं। बता दें के करोना वायरस वैक्सीन बनाने को लेकर कई देशों में होड़ लगी हुई है। पिछले महीने सबके चौंकाते हुए रूस ने अपनी एक वैक्सीन को मंजूरी भी दे दी थी।
इस वजह से दुनिया पर पड़ेगा असर
इस बीच अमेरिका भी जल्द अपनी कोविड-19 वैक्सीन का ऐलान कर सकता है। फिलहाल वह अकेले ही वैक्सीन तैयार करने पर तेजी से काम कर रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति भवन की तरफ से जाने एक बयान में प्रवक्ता ने कहा, कोरोना वायरस को हराने के लिए अमेरिका भ्रष्ट विश्व स्वास्थ्य संगठन और चीन के प्रभाव में काम करने वाले संगठनों को साथ काम नहीं करेगा, हालांकि वह अपने अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ इस दिशा में मिलकर आगे बढ़ेगा।
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