अमेरिका की इमरान को चेतावनी, कश्मीर में आतंकवाद फैलाना बंद करे पाक
नई दिल्ली। अमेरिका ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के उस बयान का समर्थन किया है जिसमें उन्होंने कहा कि, कश्मीर में हिंसा करने वाले पाकिस्तानी आतंकवादी कश्मीरियों और पाकिस्तानियों दोनों के दुश्मन हैं। अमेरिका ने यह भी कहा कि वह पाकिस्तान पर लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए दबाव जारी रखेगा। जो आतंकवाद को पनाह देने के लिए अपनी जमीन का इस्तेमाल कर रहा हैं।
पाकिस्तानी आतंकवादी कश्मीरियों और पाकिस्तान दोनों के लिए दुश्मन
दक्षिण और मध्य एशिया के लिए सहायक विदेश मंत्री एलिस जी वेल्स ने एक बयान में कहा, हम पाकिस्तान पर लश्कर, जैश और हिजबुल-मुजाहिदीन सहित अन्य आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए दबाव डालना जारी रखे हुए हैं। हमने पीएम इमरान खान के हालिया बयान का स्वागत किया है। कश्मीर में हिंसा करने वाले पाकिस्तानी आतंकवादी कश्मीरियों और पाकिस्तान दोनों के लिए दुश्मन हैं।
|
पाकिस्तान पर दवाब जारी रखेगा अमेरिका
इमरान खान ने हाल ही में स्वीकार किया था कि कश्मीर में हिंसा को अंजाम देने वाले आतंकवादी सिर्फ भारत के ही दुश्मन नहीं हैं, बल्कि पाकिस्तान और कश्मीरी के भी हैं। अमेरिकी अधिकारी ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के बारे में बात करते हुए कहा कि, पाकिस्तान ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी समूहों को निरंतर समर्थन दिया जो सीमा पार आतंकवाद में शामिल हैं। यही दोनों देशों के बीच बातचीत में प्रमुख बाधा है।
नियंत्रण रेखा के पार से हिंसा भड़काना विनाशकारी
अमेरिकी अधिकारी ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि, पाकिस्तान द्वारा लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मुहम्मद जैसे आतंकवादी समूहों की मदद से नियंत्रण रेखा के पार से हिंसा भड़काना विनाशकारी है। पाकिस्तानी अधिकारी अपने कार्यों के लिए जवाबदेह बने रहे। वेल्स ने मानवाधिकारों के उल्लंघन और पाकिस्तान में मीडिया की स्वतंत्रता को कम करने पर भी चिंता जताई है।
जमात उद दावा और लश्कर ए तैयबा ने मिलाया हाथ, आर्मी-रॉ के बड़े अधिकारियों पर आतंकी हमले का अलर्ट