चीन से नाराज डोनाल्ड ट्रंप ने दिए संकेत, अमेरिका में लग सकता है TikTok पर बैन
न्यूयॉर्क। चीन से नाराज अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी अब पीएम मोदी की राह पर चल पड़े हैं। शुक्रवार को उन्होंने इस बात का संकेत दिया कि वो चीनी ऐप TikTok पर बैन लगा सकते हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि टिकटॉक के अलावे उनके पास दूसरे विकल्प भी है, जिस पर सोच-विचार किया जा रहा है। आपको बता दें कि कोरोना को लेकर डोनाल्ड ट्रंप चीन से बुरी तरह खफा हैं और उन्होंने चीन से कई व्यापारिक संबंध खत्म कर लिए हैं।
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डोनाल्ड ट्रंप ने अपने बयान में कहा कि "हम टिकटॉक के मामले को देख रहे हैं और हम टिकटॉक पर प्रतिबंध लगा सकते हैं। हो सकता है कि हम कुछ दूसरी चीजें भी करें। हमारे पास कुछ और भी विकल्प हैं, लेकिन हम टिकटॉक के संबंध में बहुत सारे विकल्पों पर गौर कर रहे हैं।" विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने एक डिजिटल बैठक में इकोनॉमिक क्लब ऑफ न्यूयॉर्क में कहा था, "भारतीयों ने फैसला किया कि वे भारत में चल रही 50 या उससे अधिक चीनी ऐप्स को हटाने जा रहे हैं।
#WATCH — We are looking at TikTok, we may be banning TikTok. We may be doing some other things, we have a couple of options... But we are looking at lot of alternatives with respect to TikTok: US President Donald Trump pic.twitter.com/YqR3cMFmUi
— ANI (@ANI) July 31, 2020
उन्होंने ऐसा इसलिए नहीं किया कि अमेरिका ने उनसे ऐसा करने को कहा था। उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वे चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से भारतीय लोगों को होने वाले खतरे को देख सकते थे।" जुलाई महीने की शुरुआत में पोम्पिओ ने कहा था कि अमेरिका टिकटॉक पर प्रतिबंध लगा सकता है।
टिकटॉक को मिल सकता है इन दिग्गज आईटी कंपनियों का साथ
तकनीक प्रौद्योगिकी क्षेत्र की एक दिग्गज कंपनी अमेरिका में टिकटॉक की कमान अपने हाथ में ले सकती है। यदि ऐसा हो जाता है तो संभव है कि टिकटॉक पर अमेरिका में प्रतिबंध ना लग पाए। वॉल स्ट्रीट जर्नल और ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रंप प्रशासन एक ऐसा आदेश तैयार कर रहा है जिसमें चीनी कंपनी बाइटडांस को अमेरिका में अपने कारोबार को बेचने के लिए कहा जा सकता है।
इसके पीछे इस चीनी एप से सुरक्षा के मद्देनजर उठते संभावित खतरों को एक बड़ी वजह बताया गया है। वहीं फॉक्स न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि टिकटॉक के अमेरिका में कारोबार को खरीदने को लेकर दिग्गज आईटी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट से बात कर रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह सौदा 10 अरब डॉलर से अधिक राशि का हो सकता है।