NSG में एंट्री का सपना देख रहे पाकिस्तान को ट्रंप ने दिया झटका, 7 कंपनियों को बताया US के लिए खतरा
इस्लामाबाद। अमेरिका ने एक बार फिर पाकिस्तान को तगड़ा झटका दिया है। पाकिस्तान की 7 कंपनियों को अमेरिका के लिए खतरा बताते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने प्रतिबंध लगा दिया है। अमेरिका के इस बड़े कदम के बाद पाकिस्तान के अब एनएसजी (न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप) में शामिल होने के रास्ते बंद हो गए हैं। पिछले एक महीने में अमेरिका ने दूसरी बार पाकिस्तान झटका दिया है, इससे पहले एफएटीएफ के ग्रे लिस्ट में शामिल किया था, जो इसी साल जून में लागू होगा।
सात कंपनियां का पाकिस्तान के न्यूक्लियर प्रोग्राम से संबंध
एस ब्यूरो ऑफ इंडस्ट्री ऐंड सिक्यॉरिटी ने कहा कि अमेरिका की सुरक्षा और विदेश नीति के लिए खतरे को देखते हुए दुनियाभर के कुल 23 कंपनियों पर प्रतिबंधित किया गया है, जिसमें पाकिस्तान की 7 कंपनियां शामिल है। अमेरिका ने 7 कंपनियो में से 3 को असुरक्षित परमाणु गतिविधियों के प्रसार में उनकी भागीदारी को लेकर सूची में शामिल किया गया है, जो कि अमेरिका की विदेश नीति के हितों के खिलाफ है। ये सातों कंपनियां पाकिस्तान के न्यूक्लियर प्रोग्राम से तालुक रखती है।
इससे पहले भी अमेरिका दे चुका है झटका
इससे पहले अमेरिका की कोशिश के बाद पाकिस्तान को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की ग्रे लिस्ट में शामिल किया गया था। पिछले माह फ्रांस की राजधानी पेरिस में पाकिस्तान को 90 दिनों के लिए 'ग्रे लिस्ट' में शामिल करने का फैसला लिया गया था। इस फैसले के बाद पाकिस्तान में बिजनेस करने वाली इंटरनेशनल कंपनियां, बैंक और उसे कर्ज देने वाली कंपनियां यहां पर इन्वेस्ट करने से पहले सोचेगी। वहीं, डोनाल्ड ट्रंप इससे पहले जनवरी में पाकिस्तान को दी जाने वाली 33 मिलियन आर्थिक सहायता पर रोक लगा दी थी।
भारत NSG का मजबूत दावेदार
भारत और पाकिस्तान दोनों एनएसजी का सदस्य नहीं है, लेकिन नई दिल्ली के एनएसजी में प्रवेश करने के आसार बनते दिखाई दे रहे हैं। बता दें कि पिछले साल रूस ने स्पष्ट कर दिया था कि वो भारत को NSG (न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप) की सदस्यता को लेकर भारत का समर्थन करेगा। बता दें कि भारत वासेनार समझौते (Wassenaar Agreement), एमटीसीआर और ऑस्ट्रेलिया ग्रुप का सदस्य है।