बांग्लादेश चुनाव में हिंसा और धांधली के आरोप: कटघरे में शेख हसीना, अमेरिका और ब्रिटेन ले सकता है एक्शन
ढाका। बांग्लादेश में चुनाव के दौरान हुई हिंसा और 90 फीसदी से ज्यादा सीटों पर अवामी लीग के कब्जे के बाद पश्चिमी देशों ने जमकर आलोचना की है। पिछले रविवार (30 दिसंबर 2018) को बांग्लादेश में 299 सीटों पर लड़े गए संसदीय चुनाव में सत्तारूढ़ शेख हसीना की अवामी लीग पार्टी ने दो तिहाई सीटों पर जीत हासिल की थी, जिसके बाद अब यूरोपियन यूनियन (ईयू), ब्रिटेन और अमेरिका ने कड़ी आपत्ति व्यक्त की है। इस चुनाव में बांग्लादेश की मुख्य विपक्षी पार्टी बीएनपी को सिर्फ पांच सीटों पर जीत हासिल हुई थी, जिसके बाद उन्होंने चुनाव परिणाम का बहिष्कार कर लिया है।
बांग्लादेश चुनाव परिणाम पर कड़ी आपत्ति व्यक्त करते हुए ईयू ने अपने बयान में कहा, 'चुनाव के दिन हुई हिंसा और उन्होंने कई सारी बाधाएं पैदा कर पूरे चुनावी अभियान और वोट प्रोसेस को दागदार करने का काम किया है।' ईयू ने कहा कि चुनाव में जिस प्रकार से धांधली की रिपोर्ट आ रही है, इसकी सही से जांच होनी चाहिए।
अमेरिका ने भी बांग्लादेश चुनाव अभियान के दौरान हुई हिंसा और धांधली की रिपोर्ट पर चिंता व्यक्त की है। अमेरिका ने कहा कि पुख्ता जानकारी से पता चल रहा है कि चुनाव से पहले धमकियों और हिंसा जैसी घटनाओं ने विपक्ष को चुनावी अभियानों और रैलियां करने से लेकर रोका गया। अमेरिका ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि चुनाव के दिन कुछ लोगों को वोटिंग के लिए रोका गया, जो कि इलेक्ट्रॉल प्रोसेस में विश्वास को खत्म करने जैसा है।
वहीं, ब्रिटेन ने कहा, 'चुनाव के दौरान बाधाएं खड़ी करने, गिरफ्तारियां करने और विपक्ष को चुनाव से दूर रखने जैसी पुख्ता जानकारियां मिल रही हैं।' यूके में एशिया और पैसिफिक मिनिस्टर ऑफ स्टेट मार्क फिल्ड ने कहा कि जो शिकायतें मिल रही हैं, उन्हें चुनाव के कोड ऑफ कंडक्ट के तहत पारदर्शी तरीकों से निपटना चाहिए।
बता दें कि चुनाव के बांग्लादेश में चुनाव के दिन जमकर हिंसा देखने को मिली थी। इस दौरान कई जगहों पर लोगों को वोटिंग से दूर रखा गया और अलग-अलग जगहों पर हिंसा के दौरान 17 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। वहीं, वोटिंग से पहले हजारों लोगों को भी हिरासत में लिया गया और चुनावी रैलियों से दूर रहने जैसी धमकियां दी गई थी। इस दौरान कई पत्रकारों को भी परेशान किया गया। गौरतलब है कि विपक्ष ने इस चुनाव का पूरी तरह से बहिष्कार कर दिया है।