अमेरिका: Eli Lilly ने एंटीबॉडी उपचार के ट्रायल पर लगाई रोक, ट्रंप को भी दिया गया था ऐसा ही इलाज
नई दिल्ली। जॉनसन एंड जॉनसन के अपने COVID-19 वैक्सीन परीक्षण पर अस्थायी रूप से रोक लगाने के एक दिन बाद, अमेरिकी दवा फर्म एली लिली ने भी कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ तैयार अपने एंटीबॉडी उपचार के परीक्षण पर रोक लगा दी है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक सुरक्षा कारणों से ट्रायल पर रोक लगाया गया है। बता दें कि हाल ही में कोरोना वायरस के ठीक हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का इलाज भी Eli Lilly के ऐंटीबॉडी थेरपी की तरह ही काम करने वाली Regeneron द्वारा किया गया था।
Recommended Video
हालांकि, दवा फर्म कंपनी एली लिली यह जानकारी नहीं दी है कि खतरा क्या हुआ जिस वजह से ट्रायल को रोका गया है। कंपनी की प्रवक्ता मॉली मैक्कुली का कहना है कि संस्थान के लिए सुरक्षा सबसे अधिक महत्वपूर्ण हैं। स्वतंत्र डेटा सुरक्षा निगरानी बोर्ड (DSMB) ने ने नामांकन को लेकर इस रोकने की सिफारिश की है। एली लिली को प्रयोग के लिए सरकार की तरफ से फंड जारी किया जाता है। मॉली ने कहा कि कंपनी DSMB द्वारा इस परीक्षण में भाग लेने वाल वॉलंटियर्स की सुरक्षा को सावधानीपूर्वक सुनिश्चित करने की गाइडलाइन का समर्थन करती है।
जॉनसन
एंड
जॉनसन
ने
भी
वैक्सीन
का
ट्रायल
रोका
इससे
पहले
कोरोना
वायरस
की
वैक्सीन
बनाने
में
जुटी
अमेरिका
की
कंपनी
जॉनसन
एंड
जॉनसन
ने
वैक्सीन
का
ट्रायल
फिलहाल
अस्थायी
रूप
से
रोक
दिया
था।
कंपनी
की
ओर
से
कहा
गया
है
कि
कोरोना
की
वैक्सीन
ट्रायल
के
दौरान
एक
व्यक्ति
जिसे
वैक्सीन
दी
गई
है,
वह
बीमार
पड़
गया
है,
जिसके
चलते
फिलहाल
कोरोना
की
वैक्सीन
के
ट्रायल
को
रोका
जा
रहा
है।
जॉनसन
एंड
जॉनसन
ने
अपने
बयान
में
कहा
है
कि
हमने
अपनी
वैक्सीन
के
क्लीनिकल
ट्रायल
की
सभी
खुराक
को
फिलहाल
के
लिए
रोक
दिया
है,
फेज-3
में
इंसेंबल
ट्रायल
को
भी
रोक
दिया
गया
है।
यह भी पढ़ें: कोरोना वैक्सीन के लेकर स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने दिया बड़ा बयान, जानिए क्या कहा?