अमरीका सीरिया में 'बड़ी सैन्य कार्रवाई' कर सकता है!
अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ने सीरिया में हाल में हुए संदिग्ध रासायनिक (केमिकल) हमले के बाद इस मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करने के लिए लातिन अमरीका के अपने आधिकारिक दौरे को रद्द कर दिया है.
व्हाइट हाउस ने कहा है कि, "राष्ट्रपति वॉशिंगटन में ही रहेंगे और सीरिया मामले में अमरीका की प्रतिक्रिया पर नज़र रखेंगे."
इस बीच रासायनिक हथियारों
अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ने सीरिया में हाल में हुए संदिग्ध रासायनिक (केमिकल) हमले के बाद इस मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करने के लिए लातिन अमरीका के अपने आधिकारिक दौरे को रद्द कर दिया है.
व्हाइट हाउस ने कहा है कि, "राष्ट्रपति वॉशिंगटन में ही रहेंगे और सीरिया मामले में अमरीका की प्रतिक्रिया पर नज़र रखेंगे."
इस बीच रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल पर नज़र रखने वाले अंतरराष्ट्रीय संगठन ने कहा है कि उन्होंने अपने जांच दल को सीरिया के डूमा शहर के लिए रवाना किया है. मेडिकल सूत्रों का कहना है कि डूमा में हुए केमिकल हमले में दर्जनों लोग मारे गए हैं, लेकिन मृतकों की सही संख्या के बारे का आकलन करना फिलहाल मुश्किल है.
ऑर्गेनाइज़ेशन ऑफ़ प्रोहिबिशन ऑफ़ केमिकल विपन्स (ओपीसीडबल्यू) ने कहा है कि उनकी टीम जल्द ही सीरिया पहुंच जाएगी.
इससे पहले सीरिया और विद्रोहियों के ख़िलाफ़ युद्ध में उसका समर्थन करने वाले रूस ने कहा था कि वो जांच दल के सदस्यों के दौरे में मदद करने के लिए तैयार हैं. सीरिया इस हमले के पीछे होने के आरोपों से इनकार करता रहा है.
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इन सब हलचल के बीच पेरू में होने वाले 'समिट ऑफ़ द अमेरिकाज़' के लिए डोनल्ड ट्रंप की जगह अब उप राष्ट्रपति माइक पेंस लातिन अमरीका के दौरे पर जाएंगे.
मंगलवार को देर शाम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सीरिया मामले में रूस और अमरीका के प्रस्तावों पर मतदान होने वाला है. अमरीका चाहता है कि एक अलग पैनल गठित किया जाए जो सीरिया में हुए केमिकल हमले की जांच कर दोषियों की पहचान करे. वहीं रूस इस प्रस्ताव को वीटो कर सकता है.
https://twitter.com/VPComDir/status/983712721865728002
क्या अमरीका सैन्य कार्रवाई कर सकता है?
डोनल्ड ट्रंप ने कहा है कि वो इस हमले का जवाब "अपनी पूरी ताकत से" देंगे और उन्होंने सेना के इस्तेमाल से इनकार भी नहीं किया है.
https://twitter.com/StateDept/status/983381624212500480
बीते साल सीरिया में विद्रोहियों के कब्ज़े वाले इदलिब शहर में हुए संदिग्ध रासायनिक हमले में कम से कम 58 लोगों की मौत हो गई थी और दर्जनों लोग ज़ख़्मी हुए थे.
इसके बाद अमरीका के 50 टॉमहॉक क्रूज़ मिसाइलों ने सीरिया के एयरबेसों को निशाना बनाया था. सीरियाई राष्ट्रपति बशर-अल-असद की सेना के ख़िलाफ़ ये अमरीका पर पहला सीधा हमला था.
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अमरीका ने सीरिया पर किए हवाई हमले
बीते सप्ताह शनिवार को हुए हमले के बाद अमरीका, फ्रांस और ब्रिटेन के साथ इस मामले में चर्चा कर रहा है और साथ में सैन्य कार्यवाई की संभावना तलाश रहा है. मंगलवार को इस मुद्दे पर ट्रंप ने ब्रितानी प्रधानमंत्री टेरीज़ा मे और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से फ़ोन पर बात की.
वॉ़शिंगटन में मौजूद बीबीसी कि बारबारा उशर प्लैट कहती हैं कि ट्रंप का लातिन अमरीका दौरा रद्द करने का फ़ैसला ये बताता है कि अमरीका का जवाब सीमित हमले की बजाय बड़ी सैन्य कार्रवाई हो सकता है.
मंगलवार को फ्रांसीसी सरकार के प्रवक्ता बेन्यामिन ग्रीवॉक्स के हवाले से समाचार एजेंसी एएफ़पी ने कहा, "अगर ख़तरे की लकीर को लांघा गया है तो जवाब दिया जाएगा. दोनों देशों के बीच ख़ुफ़िया जानकारी साझा की गई है जिसमें रायासनिक हथियारों के इस्तेमाल की पुष्टि हुई है."
हालांकि इस संदिग्ध हमले की पुष्टि के संबंध में अमरीका और फ्रांस ने अब तक कोई सबूत पेश नहीं किए हैं.
जिस इलाके में केमिकल हमला हुआ है वो पूरी तरह से कटा हुआ है और वहां आने-जाने की सुविधा नहीं है. ऐसे में मृतकों या घायलों की संख्या का सही अंदाज़ा लगाना मुश्किल है.
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रूस का कहना है कि उसे डूमा में क्लोरीन या अन्य किसी रसायन के इस्तेमाल के संकेत नहीं मिले हैं.
रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में चेतावनी दी है कि अगर अमरीका सैन्य कार्यवाई करता है तो उसे इसके "गंभीर परिणाम" भुगतने होंगे.