एलियंस पर टॉप वैज्ञानिकों में मचा घमासान, संपर्क साधने पर इंसानी जीवन खत्म होने की चेतावनी
विश्वप्रसिद्ध खगोलशास्त्री मार्क बुकानन ने कहा है कि उन्होंने रिसर्च के आधार पर पाया है कि एलियंस से किसी भी तरह का संपर्क बनाने का मतलब पृथ्वी से इंसानी जिंदगी को मिटाना होगा।
वॉशिंगटन पोस्ट, जून 14: विश्व के शीर्ष खगोलविदों ने दुनिया के लिए चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि एलियंस एक सच्चाई हैं और उन्हें काल्पनिक समझने की भूल नहीं करना चाहिए। विश्व के टॉप एस्ट्रनॉट्स ने इस बाबत गंभीर चेतावनी जारी की है और कहा है कि कई वैज्ञानिक एलियंस से संपर्क साधने की कोशिश कर रहे हैं और उनसे बात करना चाहते हैं, जो बेहद खतरनाक है और उन्हें ऐसा करना फौरन बंद कर देना चाहिए, नहीं तो एलियंस पृथ्वी से इंसानी जीवन फौरन खत्म कर देंगे। विश्वप्रसिद्ध खगोलशास्त्री, भौतिकशास्त्री और वैज्ञानिक मार्क बुकानन ने अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट के ऑप एड में दुनिया के लिए सनसनीखेज चेतावनी जारी की है।
मार्क बुकानन की चेतावनी
विश्वप्रसिद्ध खगोलशास्त्री मार्क बुकानन ने कहा है कि उन्होंने रिसर्च के आधार पर पाया है कि एलियंस से किसी भी तरह का संपर्क बनाने का मतलब पृथ्वी से इंसानी जिंदगी को मिटाना होगा। मार्क बुकानन ने अमेरिकी रक्षा मंत्रालय द्वारा अप्रैल 2020 में जारी किए गये उस वीडियो का भी हवाला दिया है, जिसमें अमेरिकन नेवी को कई यूएफओ ने घेर लिया था, लेकिन अमेरिकन नेवी को उन यूएफओ के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल रही थी। अमेरिकन नेवी ने एक वीडियो भी जारी किया था, जिसमें दिख रहा था कि अचानक दर्जनों यूएफओ अमेरिकन वॉरशिप को घेर लेते हैं और कुछ देर बाद सभी समुद्र में गायब हो जाते हैं। वैज्ञानिक मार्क बुकानन ने कहा है कि एलियंस के पास जो टेक्नोलॉजी और स्पीड है, उसका मुकाबला करना इंसानों के वश की बात नहीं है।
'शांति करना मकसद नहीं'
दरअसल, अमेरिकन नेवी जब एक सैन्य अभ्यास को अंजाम दे रही थी, उस वक्त सेंट डियागो तट पर अचानक दर्जनों एलियंस यूएफओ आ गये थे और नेवी वॉरशिप को घेर लिया था। अमेरिकन नेवी उन यूएफओ के खिलाफ कुछ भी नहीं कर पा रही थी। ऐसे में मार्क बुकानन ने रिसर्च के आधार पर कहा है कि 'दुनिया को ये नहीं सोचना चाहिए कि एलियंस हमारे साथ किसी तरह की दोस्ती करना चाहते हैं या फिर वो शांति चाहते हैं।' मार्क बुकानन ने जो कहा है कि उसे दुनिया के दर्जनभर से ज्यादा वैज्ञानिकों और अलग अलग ग्रहों का अध्ययन करने वाले खगोलविदों ने समर्थन दिया है और उनकी बात को सही ठहराया है।
'इंसान अब तक है भाग्यशाली'
खगोलशास्त्री मार्क बुकानन ने अपनी रिसर्च में कहा है कि 'इंसानों को खुद को भाग्यशाली मानना चाहिए कि उन्होंने अभी तक एलियंस से संपर्क साधने में कामयाबी हासिल नहीं की है। और इंसानों को अभी तक ऐसा कोई रास्ता नहीं मिल रहा है, जिसके आधार पर वो एलियंस के साथ संपर्क साथ सकें या किसी तरह की बातचीत कर सकें।' मार्क बुकानन ने कहा कि 'किसी और दुनिया में रहने वाले एलियंस से संपर्क स्थापित करना इंसानों के लिए काफी ज्यादा घातक और विनाशकारी साबित हो सकता है। वो इंसानों का नामोनिशान मिटा सकते हैं।'
मार्क बुकानन का समर्थन
एक्स्ट्राटेरेस्ट्रियल इंटेलिजेंस खगोलशास्त्री जो गर्ट्ज़ ने मार्क बुकानन का पुरजोर समर्थन करते हुए कहा है कि 'कुठ वैज्ञानिक जो एलियंस से संपर्क बनाने की कोशिश कर रहे हैं वो पृथ्वी के लिए एक विनाशकारी खतरे को आमंत्रित कर रहे हैं। हमें एलियंस से संवाद स्थापित करने की आखिर क्या जरूरत है? ये मानवता के साथ एक बहुत बड़ा अपराध किया जा रहा है और इसके भयानक आपराधिक परिणाम हो सकते हैं।' मार्क बुकानन ने अपनी रिसर्च लेख में क्रिस्टोफर कोलंबस का हवाला दिया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि क्रिस्टोफर कोलंबस जब नॉर्थ अमेरिका आए थे, उस वक्त नॉर्थ अमेरिका में पुरानी सभ्यता थी, जबकि यूरोपीयन देशों के पास अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी थी। और इसका प्रभाव अमेरिका पर पड़ा था।
'उनकी सभ्यता काफी पुरानी'
मार्क बुकानन ने लिखा है कि हमारी आकाशगंगा अपेक्षाकृत काफी पुरानी है और इसमें कोई शक नहीं है कि वो हमसे लाखों साल पुराने हैं और उनके पास जो टेक्नोलॉजी है, उसके बारे में हम सोच भी नहीं सकते हैं और उनके सामने में हमारी सभ्यता आदिम सभ्यता लेगी। हालांकि, कुछ खलोगशास्त्रियों का ये भी सोचना है कि हम एलियंस को लेकर गलत धारणा क्यों बनाएं? कुछ वैज्ञानिकों का मनना है कि अलौकिक संपर्क से पृथ्वी वो टेक्नोलॉजी भी हासिल कर सकता है, जिससे हमारी जिंदगी पूरी तरह से बदल जाए और मानवता को काफी लाभ पहुंचे। अमेरिका के एक और खगोलशास्त्री डगलस वाकोच जो एलियंस को लेकर काफी खुफिया रिसर्च कर चुके हैं और प्रसिद्ध इंजीनियरिग कॉलेज एमईटीआई इंटरनेशनल के अध्यक्ष हैं, उनका मानना है कि एलियंस से इंसानों को संपर्क स्थापित करना चाहिए। डगलस वाकोच खुद एलियंस से संपर्क करने की लंबे अर्से से कोशिश कर रहे हैं और माना जाता है कि अमेरिका के कुछ वैज्ञानिकों ने एलियंस से संपर्क करने की दिशा में कुछ सफलता भी पाई है।
एलियंस पर वैज्ञानिकों में घमासान
METI इंटरनेशनल के अध्यक्ष के तौर पर वाकोच एक एनजीओ चलाते हैं, जो लगातार एलियंस से संपर्क स्थापित करने की कोशिश कर रहा है। इसके लिए लगातार सिग्नल्स छोड़े जा रहे हैं और अलौकिक शक्तियों से संपर्क साधने की कोशिश की जा रही है। ये एनजीओ लगातार एलियंस से संपर्क बनाने की कोशिश कर रहा है, जिसको लेकर अमेरिकी वैज्ञानिकों में जबरदस्त मतभेद मचा हुआ है। कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि वाकोच को फौरन अपना रिसर्च बंद करना चाहिए तो कुछ वैज्ञानिक उनका समर्थन कर रहे हैं। वाकोच का कहना है कि 'हम अपने पड़ोसी आकाशगंगा में रहने वाले जीव से संपर्क स्थातिप नहीं करके जोखिम उठा रहे हैं। उनसे टेक्नोलॉजी हासिल कर हम अपनी सभ्यता को पूरी तरह से बदल सकते हैं।' यानि, अमेरिका में वैज्ञानिकों के बीच घमासान है कि एलियंस से संपर्क स्थापित किया जाए या नहीं। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले वक्त में एलियंस इंसानी जीवन पर क्या प्रभाव डालते हैं।