न्यूजर्सी और मैनहट्टन हमले के आरोप में अफगान मूल का अमेरिकी नागरिक गिरफ्तार
नई दिल्ली। अमेरिका में तीन धमाकों के बाद जांच एजेंसियों के जाल में आखिरकार एक 28 साल का युवक फंस गया। अहमद खान रहामी नाम के इस शक्स को पहले सीसीटीवी कैमरे में देखा गया, इसके बाएं कंधे में गोली लगी थी, इसके बाद इसे पकड़ा गया।
इस पर शनिवार से न्यूयार्क और न्यू जर्सी में कई धमाकों का आरोप लगाया गया है। हालांकि इन धमाकों में किसी की मौत नहीं हुई लेकिन 29 लोग घायल हो गए थे। स्थानीय टीवी चैनलों पर रहामी को न्यूजर्सी के लिंडेन में गोलीबारी के बाद पकड़ते हुए दिखाया गया। उसे स्ट्रेचर पर ले जाया गया क्योंकि इसके कंधे के उपरी हिस्से में जख्म दिख रहे थे।
#breakkng photo appears to show bombing suspect in the ground after shoot out in Linden NJ @PIX11News pic.twitter.com/3MjbYJE24i
— Anthony DiLorenzo (@ADiLorenzoTV) September 19, 2016
एफबीआई के मुताबिक रहामी एक अमेरिकी नागरिक है और इसका जन्म अफगानिस्तान में 23 जनवरी को हुआ था। इसके अलावा वह 5' 6" लंबा है जबकि वजन 200 पाउंड है। रहामी के भूरे बाल, भूरी आंखें और भूरे ही बाल हैं। आपको बता दें कि मैनहट्टन इलाके में रविवार को हुए शक्तिशाली विस्फोट के बाद एफबीआई के अधिकारी लगातार अहमद खान की तलाशी कर रहे थे। उसकी फोटो ट्विटर पर डालकर लोगों ने मदद मांगी गई थी।
गौरतलब है कि कल न्यूयॉर्क के मैनहटन के चेल्सी जिले में हुए विस्फोट के सिलसिले में पूछताछ के लिए रहामी वांछित था, जिस हमले में 29 लोग घायल हो गए थे। वही न्यूयॉर्क के गवर्नर एंड्रयू कुओमो ने कहा कि रविवार को न्यूयॉर्क और सोमवार को न्यूजर्सी में हुए विस्फोट मंे काफी समानता है, जिसे देखकर लगता है कि हमला किसी एक ही संगठन ने किया है।