जेनेवा और लंदन के बाद 'फ्री बलूचिस्तान' की मुहिम न्यूयॉर्क के टाइम्स स्कवॉयर पहुँची
जेनेवा और लंदन में भी फ्री बलूचिस्तान अभियान के पोस्टर लगे थे. पाकिस्तान ने जताया कड़ा ऐतराज़.
वर्ल्ड बलोच आर्गेनाइज़ेशन ने जेनेवा और लंदन के बाद अब अमरीकी शहर न्यूयॉर्क के मशहूर इलाक़े टाइम्स स्क्वॉयर में 'फ्री बलूचिस्तान' का विज्ञापन लगाया है.
वर्ल्ड बलोच आर्गेनाइज़ेशन नाम के संगठन का कहना है कि 'फ्री बलूचिस्तान' की मुहिम के लिए टाइम्स स्कवॉयर में बोर्ड पर विज्ञापन लगाकर मुहिम चलाई जा रही है.
संगठन के मुताबिक विज्ञापन तीन दिन तक यानी नए साल तक इस बिलबोर्ड पर लगा रहेगा.
वर्ल्ड बलोच आर्गेनाइज़ेशन की वेबसाइट पर जारी किए गए एक बयान में कहा गया है कि न्यूयॉर्क बिलबोर्ड पर विज्ञापन लगाने के अलावा सौ टैक्सियों पर भी विज्ञापन लगाकर मुहिम चलाई जा रही है.
जिस बिलबोर्ड पर फ्री बलूचिस्तान का विज्ञापन लगाया गया है वो फ़ास्टफ़ूड चैन मैकडोनल्ड्स के बिलकुल ऊपर हैं.
जेनेवा और लंदन में भी मुहिम
इसी संगठन ने सितंबर में स्विटज़रलैंड के शहर जेनेवा में कई स्थानों पर और बसों और गाड़ियों पर बलूचिस्तान की आज़ादी की मांग करते हुए पोस्टर लगाए गए थे.
इन पोस्टरों पर पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के साथ कथित दुर्व्यवहार के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी भी की गई थी.
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पाकिस्तान सरकार ने 'फ्री बलूचिस्तान' की इस पोस्टर मुहिम के ख़िलाफ़ स्विस सरकार से नाराज़गी भी ज़ाहिर की थी. पाकिस्तान ने मांग की थी कि इस मुहिम में शामिल लोगों के ख़िलाफ़ कार्रवाई भी की जाए.
इसी सिलसिले में जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र के दफ़्तर में पाकिस्तान के दूत फ़रख़ आमिल ने छह सितंबर को अपने स्विस समकक्ष को भेजे गए पत्र में इस विज्ञापन मुहिम को पाकिस्तान के संप्रभुत्व और एकजुटता पर हमला करार देते हुए अपनी चिंताओं से आगाह किया था.
इसके बाद स्विटज़रलैंड सरकार की ओर से कोई कार्रवाई न होने पर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इस्लामाबाद में तैनात स्विस दूत को भी तलब किया था और एक बार फिर से जेनेवा में चल रही पाकिस्तान विरोधी मुहिम पर अपना विरोध दर्ज करवाया था.
पाकिस्तान की आपत्ति
इस मुहिम के बाद नवंबर में ब्रिटेन की राजधानी लंदन की टैक्सियों पर फ्री बलूचिस्तान अभियान के पोस्टर लगाए गए थे. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने ब्रिटेन से इस मुहिम का विरोध करते हुए इसे पाकिस्तान की सलामती पर हमला करार दिया था.
विदेश सचिव तहमीना जनजुआ ने पाकिस्तान में ब्रितानी उच्चायुक्त टॉमस ड्रो को तलब कर उनसे भी नाराज़गी ज़ाहिर की थी.
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि बलूचिस्तान के लोगों को गुमराह करने वाले कामयाब नहीं होंगे. उन्होंने बताया था कि बलूचिस्तान में दो हज़ार से ज़्यादा अलगाववादी हथियार डालकर मुख्यधारा में शामिल हो चुके हैं.
उनका कहना था कि सेना प्रमुख जनरल क़मर जावेद बाजवा ने ख़ुशहाल बलोचिस्तान कार्यक्रम का चार सूत्रीय प्रस्ताव पेश किया है.
बलूचिस्तान पाकिस्तान के पांच प्रांतों में से एक है. ईरान और अफ़ग़ानिस्तान से लगे पाकिस्तान के इस सबसे बड़े सूबे में अलगाववादियों की मुहिम भी चल रही है.