दुनिया का सबसे छोटा देश अब सिविल वॉर की कगार पर
जूबा।
वर्ष
2011
में
साउथ
सूडान
के
साथ
ही
दुनिया
में
एक
नया
देश
अस्तित्व
में
आया
था।
लेकिन
पांच
वर्षों
की
आजादी
के
बाद
यहां
पर
हालात
और
बिगड़
गए
हैं।
अब
दुनिया
के
इस
सबसे
छोटे
देश
में
सिविल
वॉर
शुरू
होने
की
संभावनाएं
हैं।
सोमवार को साउथ सूडान के उपराष्ट्रपति रीक मचार के आर्मी स्पोक्सपर्सन कर्नल विलियम गत्जियाथ ने कहा है कि साउथ सूडान में फिर से युद्ध शुरू हो गया है।
साउथ सूडान में उपराष्ट्रपति मचार और राष्ट्रपति सलवा कीर के समर्थक सैनिक आपस में लड़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि तीन दिन की लड़ाई में सैकड़ों सैनिकों की मौत हो चुकी है।
उनकी टुकड़ियां राजधानी जूबा की तरफ बढ़ रही हैं। उन्होंने ने आरोप लगाया कि राष्ट्रपति सलवा कीर शांति समझौते को लेकर गंभीर नहीं हैं।
रीक मचार के सपोर्ट्स ने सरकारी समर्थन वाले सुरक्षा बलों ने राजधानी जूबा में उनके ठिकानों पर हमला किया है। वहीं यूनाइटेड नेशंस मिशन की ओर से कहा गया है कि उसके परिसर में सैकड़ों लोगों ने शरण ली हुई है।
शुक्रवार को लड़ाई में कम से कम 150 लोगों की मौत हो गई थी। लोकल रेडियो स्टेशन तामाज़ुज के मुताबिक रविवार को लड़ाई में मरने वालों की संख्या 271 तक पहुंच सकती है।