दुनियाभर के देश आतंकवाद के खिलाफ फ्रांस के साथ, राष्ट्रपति मैक्रों बोले- इस्लामिक हमलों से हार नहीं मानेंगे हम
दुनियाभर के देश आतंकवाद के खिलाफ फ्रांस के साथ, राष्ट्रपति मैक्रों बोले- इस्लामिक हमलों से हार नहीं मानेंगे हम
नई दिल्ली: फ्रांस के शहर नीस में चर्च के भीतर एक शख्स ने चाकू मारकर तीन लोगों की हत्या कर दी है। (France nice terror attack) जिसको लेकर राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) ने कहा है कि फ्रांस 'फिर से आतंकी हमले का शिकार' हुआ है। इस घटना के बाद दुनियाभर के कई देशों ने आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई फ्रांस के समर्थन में रहने का फैसला किया है। दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी फ्रांस को समर्थन दिया है। ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका इस लड़ाई में अपने सबसे पुराने सहयोगी के साथ खड़ा रहेगा। भारत के पीएम नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर कहा है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत फ्रांस के साथ है। वहीं फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने ऐलान किया है कि फ्रांस इस्लामिक हमलों से हार नहीं मानेगा और हर महत्वपूर्ण जगहों पर फोर्स की तैनाती करेगा।
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किस-किस देश ने किया फ्रांस का समर्थन
- न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, यूएई के विदेश मंत्रालय ने आतंकवाद के खिलाफ आपराधिक कृत्यों की निंदा की है। यूएई के विदेश मंत्रालय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मंत्रालय ने इन आपराधिक कृत्यों की कड़ी निंदा करते हुए एक बयान जारी किया। मंत्रालय ने हिंसा के सभी प्रकारों को स्थायी रूप से खारिज कर दिया, जिसका उद्देश्य सुरक्षा और स्थिरता को अस्थिर करना है और धार्मिक और मानवीय मूल्यों और सिद्धांतों के साथ असंगत हैं।
- ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ ने भी दक्षिणी फ्रांस में हुए घातक चाकू हमले की कड़ी निंदा की और इसे "आतंकवादी हमला" कहा। जरीफ ने एक ट्वीट में कहा, "हम आज #Nice में आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हैं। घृणास्पद भाषण, उकसावे और हिंसा को हमें विश्वव में शांति और पवित्रता में बदलना है।
-ईरान और यूएई के अलावा, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा कि सभी सभ्य देशों को फ्रांस के साथ पूर्ण एकजुटता के साथ साथ खड़ा होना चाहिए।
World condemns terrorist attack in France
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— ANI Digital (@ani_digital) October 29, 2020
-अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट किया, हमारा दिल फ्रांस के लोगों के साथ है। अमेरिका इस लड़ाई में अपने सबसे पुराने सहयोगी के साथ खड़ा है। इन कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकवादी हमलों को फौरन रोक देना चाहिए।
- भारत के पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, मैं नीस में चर्च के भीतर हुए नृशंस हमले सहित फ्रांस में हुए हालिया आतंकी हमलों की कड़ी निंदा करता हूं। पीड़ितों के परिवार वालों और फ्रांस के लोगों के साथ हमारी संवेदना है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत फ्रांस के साथ है।
-सऊदी अरब ने भी नीस में चर्च में हुए हमले की निंदा की है। सऊदी अरब के किंगडम ऑफ फॉरेन अफेयर्स (एमओएफए) ने ट्वीट किया, फ्रांस के नीस, फ्रांस के नॉट्रे डेम चर्च के पास हुए आतंकवादी हमले की हम कड़ी निंदा करते हैं। हम ऐसे चरमपंथी कृत्यों के को पूरी तरह से खारिज करते हैं, जो सभी धर्मों, मानवीय विश्वासों और सामान्य ज्ञान के साथ असंगत दिखते हैं। हम घृणा, हिंसा और अतिवाद पैदा करने वाली प्रथाओं को खत्म करने में विश्वास करते हैं।
जानें नीस में कैसे हुई 3 लोगों की हत्या
फ्रांस में नीस में चर्च के भीतर अज्ञात हमलावर ने एक महिला का गला काट दिया और दो अन्य लोगों की चाकू मारकर निर्मम तरीके से हत्या कर दी। घटना 29 अक्टूबर की है। नीस के मेयर क्रिस्चियन इस्तोर्सी के मुताबिक, घटना के बाद हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले की जांच फ्रांस के आतंकवाद निरोधक विभाग कर रही है। पेरिस की तरह ही इस घटना को भी आतंकवादी हमला बताया गया है। नीस में हुआ आतंकी हमला पिछले 2 महीनों में फ्रांस में तीसरी आतंकी हमला है।
नीस में हुए हमले पर बोले राष्ट्रपति मैक्रों- हम हारेंगे नहीं
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने नीस में हुई हमले पर कहा, फ्रांस आजादी के मूल्य और आतंक के सामने नहीं झुकने वाला है। फ्रांस इस्लामिक आतंकी हमले के बाद अपने मूल्यों को छोड़ेगा नहीं। हम इन हमलों से हार नहीं मानेंगे। नीस में हुए हमले के बाद इमैनुएल मैक्रों वहां पहुंते थे और ऐलान किया था कि फ्रांस अब देश के प्रमुख स्थानों पर सैनिकों को तैनात करेगा।
इसी महीने की शुरुआत में पेरिस में एक इतिहास के शिक्षक की गला काटकर हत्या कर दी गई थी। वो भी सिर्फ इसलिए क्योंकि हिस्ट्री टीचर ने क्लास में शार्ली एब्दो में छपे पैगंबर मोहम्मद के कार्टून को दिखाया था।
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