परमाणु डील को लेकर ईरान का बड़ा ऐलान, फ्रांस, जर्मनी, यूके ने की ये अपील
नई दिल्ली। जिस तरह से अमेरिका ने ईरान के कुद्स फोर्स के प्रमुख जनरल कासिम सुलेमानी की एयर स्ट्राइक में हत्या कर दी उसके बाद ईरान ने परमाणु समझौतते से अलग होने का फैसला लिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि ईरान किसी बड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। लेकिन इस बीच जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों और यूके के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने बयान जारी करके ईरान से अपील की है कि वह परमाणु समझौते से अलग अलग होने को लेकर अपने फैसले को वापस ले ले।
पाबंदियों का पालन नहीं करेंगे
ईरान ने रविवार शाम घोषणा की है वो 2015 के परमाणु समझौते के तहत लागू की गईं पाबंदियों का पालन अब नहीं करेगा। ईरान के सरकारी टीवी में कहा गया है कि ईरान अब 2015 के अपने परमाणु समझौते का किसी भी सूरत में पालन नहीं करेगा। साथ ही ईरान अपना परमाणु कार्यक्रम भी फिर से शुरू करेगा। वहीं, बगदाद में अमेरिका के दूतावास के पास रॉकेट से हमला हुआ है। जानकारी के मुताबिक प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कम से कम दो रॉकेट दूतावास के पास गिरे।
2015 में समझौता
बता दें कि, 2015 के समझौते के अनुसार, ईरान अपनी संवेदनशील परमाणु गतिविधियों को सीमित करने और अंतरराष्ट्रीय निरीक्षकों को आने की अनुमति दी थी। इसके बदले में ईरान पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों को खत्म किया गया था। अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने 2018 में इस समझौते को रद्द कर दिया था। उन्होंने कहा था कि वो ईरान से नया समझौता करना चाहते हैं जो उसके परमाणु कार्यक्रम और बैलिस्टिक मिसाइल के विकास पर अनिश्चितकालीन रोक लगाएगा।
अमेरिका का हमला
दरअसल अमेरिका के ड्रोन हमले के बाद ईरान ने खुले तौर पर धमकी दी थी कि वह इसका बदला लेगा और अमेरिका को इसकी कीमत चुकानी होगी। जिसके बाद डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को खुले तौर पर चेतावनी देते हुए कहा कि अगर ईरान किसी भी अमेरिकी ठिकाने पर हमला करता है तो हमने उनके 52 ठिकानों को निशाना बना रखा है, इसमे कुछ बहुत ही उच्च स्तरीय और अहम स्थान हैं, जोकि ईरान की संस्कृति में काफी महत्वपूर्ण जगह रखते हैं। हम काफी तेज और सख्त हमला करेंगे।