FATF के ग्रे लिस्ट में शामिल होने के बाद, अब EU भी पाकिस्तान को झटका देने की तैयारी में
इस्लामाबाद। फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की ग्रे लिस्ट में शामिल करने के बाद अब यूरोपीयन यूनियन (EU) ने भी पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट में डालकर दोगुना झटका देने की तैयारी में है। पिछले माह फ्रांस की राजधानी पेरिस में पाकिस्तान को 90 दिनों के लिए 'ग्रे लिस्ट' में शामिल करने का फैसला लिया गया था। सूत्रों के मुताबिक, अगर पाकिस्तान एफएटीएफ के ग्रे लिस्ट की नियमों का पालन नहीं कर पाता है तो नॉर्थ कोरिया और ईरान जैसे प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है।
फिलहाल, एशिया का दूसरा बड़ा मुल्क पाकिस्तान पर ईयू के ब्लैक लिस्ट में शामिल होने का खतरा बढ़ता जा रहा है। इस निर्णय से पाकिस्तान के व्यापार पर बहुत असर पड़ेगा, खास तौर से यूरोपीय देशों के साथ जुड़े टेक्सटाइल इंडस्ट्री और बैंकिंग सेक्टर पर तगड़ा झटका लगने वाला है। बता दें कि पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में शामिल करने के लिए अमेरिका और यूरोप की तीन सुपर पावर ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई थी।
यूरोपीयन कमीशन के आंकड़ो के मुताबिक, यूरोपीय संघ का पाकिस्तान का सबसे महत्वपूर्ण व्यापारिक भागीदार है। भारतीय अधिकारियों के मुताबिक, पाकिस्तान को एफएटीएफ के ग्रे लिस्ट में रखने के बाद 'ईयू ब्लैक लिस्ट' में शामिल करने का विचार किया गया था। पेरिस में 18 से 23 फरवरी के दौरान पूर्ण पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में शामिल करने के लिए पहले दिन से लेकर अंतिम दिन तक एक मजबूत बहस में भारत को अपने सहयोगी देशों का समर्थन दिखा।
पहले एफटीएफ के ग्रे लिस्ट और अब अगर यूई के ब्लैक लिस्ट में शामिल होता है तो पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर बहुत ही खराब प्रभाव पड़ेगा। इस फैसले के बाद पाकिस्तान में बिजनेस करने वाली इंटरनेशनल कंपनियां, बैंक और उसे कर्ज देने वाली कंपनियां यहां पर इनवेस्ट करने से पहले सोचेंगी