अफगानिस्तान: काबुल में उप-राष्ट्रपति सालेह पर हमला, 10 लोगों की मौत
काबुल। अफगानिस्तान के पहले उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह के काफिले पर आतंकी हमला हुआ है। हमला उप-राष्ट्रपति को निशाना बनाते हुए किया गया था। बताया जा रहा है कि हमले के पीछे पाकिस्तान स्थित हक्कानी नेटवर्क का हाथ है। यह एक आईडी ब्लास्ट था और इसमें अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। अमरुल्लाह सालेह ने तीन दिन पहले डूरंड लाइन का मुद्दा उठाया था और पेशावर का जिक्र किया था। सालेह, अफगानिस्तान की इंटेलीजेंस एजेंसी के पूर्व मुखिया भी हैं।
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भारत ने की हमले की निंदा
टोलो न्यूज के मुताबिक हमले में उप-राष्ट्रपति सालेह के तीन बॉडीगार्ड्स घायल हो गए हैं। सालेह ने हमले के बाद एक वीडियो फेसबुक पर पोस्ट किया है। इस वीडियो में उनके बांए हाथ पर बंधी पट्टियों को देखा जा सकता है। सालेह ने बताया है कि जिस समय वह अपने ऑफिस जा रहे थे, उसी समय यह हमला हुआ है। सालेह ने कहा है, 'मैं ठीक हूं लेकिन मेरे कुछ गार्ड्स घायल हो गए हैं। मेरा बेटा कार में मेरे साथ था और हम दोनों ठीक हैं। मेरा चेहरा और हाथ थोड़ा जल गया है।' उन्होंने बताया है कि ब्लास्ट काफी जोरदार था। भारत ने सालेह पर हुए इस आतंकी हमले की निंदा की है। विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि भारत सरकार हमले में मारे गए लोगों और घायलों के लिए प्रार्थना करती है। इसके साथ भारत ने एक बार फिर दोहराया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ है।
पिछले वर्ष भी निशाने पर थे सालेह
बताया जा रहा है कि जिस समय सालेह ऑफिस के मेन गेट से एंट्री कर रहे थे, उसी समय एक आईईडी ब्लास्ट हुआ। यह इतना शक्तिशाली था कि आसपास मौजूद दुकानों में रखे गैस-सिलेंडर तक फट गए। हमला सुबह 7:30 बजे हुआ है और बताया जा रहा है कि यह एक सुसाइड ब्लास्ट था। सालेह पर पिछले वर्ष भी हमला हुआ था और उस हमले में वह बाल-बाल बचे थे। इस हमले में 20 लोगों की मौत हो गई थी। सालेह पर हमला ऐसे समय में हुआ है जब अति-रूढ़िवादी सुन्नी पश्तून संगठन, तालिबान अमेरिका के समर्थन से कतर में इंटर-अफगान टॉक्स आयोजित करने की योजना बना रहा है।