अफगानिस्तान के राष्ट्रपति ने पाकिस्तान को जमकर फटकारा, कहा- सही रास्ते पर चलना शुरू करे पाकिस्तान
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने पाकिस्तान को जमकर फटकार लगाई है और उसे सही रास्ते पर चलने की नसीहत दी है।
काबूल: अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने पाकिस्तान को लेकर जमकर नाराजगी जताई और पाकिस्तान से स्पष्ठ शब्दों में कहा है कि वो अफगानिस्तान के अंदरूरी मामलों में दखलअंदाजी बंद करते हुए अफगानिस्तान को एक स्वतंत्र मुल्क मानना शुरू करे। राष्ट्रपति गनी ने कहा कि पाकिस्तान को सही रास्ते पर चलना चाहिए और अफगानिस्तान को एक स्वतंत्र और संप्रभु देश के तौर पर देखना शुरू करना चाहिए।
पाकिस्तान पर बरसे राष्ट्रपति
17वें लेजिस्लेटिव टर्म को संबोधित करते हुए अफनागिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने पाकिस्तान को जमकर फटकार लगाई है और उससे सीधे रास्ते पर चलने को कहा है। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति का ये बयान काफी अहम माना जा रहा है और पिछले एक महीने में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति ने दूसरी बार पाकिस्तान को फटकार लगाई है। इससे पहले अशरफ गनी ने भारतीय प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत के दौरान पाकिस्तान को अफगानिस्तान की स्वतंत्रता का सम्मान करने की नसीहत दी थी और एक बार फिर से अफगानिस्तान के राष्ट्रपति ने पाकिस्तान को सीधे रास्ते पर चलने को कहा है।
दरअसल, अफगानिस्तान की शांति बर्बाद करने में पाकिस्तान का बड़ा हाथ रहा है। अफगानिस्तान में शांति को खत्म करने वाले आतंकी संगठन अलकायदा और तालिबान को हमेशा पाकिस्तान ने मदद दी है। पाकिस्तान अफगानिस्तान की चुनी हुई सरकार को अस्थिर कर वहां आतंकियों के हाथ में सत्ता सौंपना चाहता है ताकि अफगानिस्तान पर वो अपना नियंत्रण स्थापित कर सके। जिसे लेकर पाकिस्तान की लगातार आलोचनो होती रही है। इसके साथ ही अगर अफगानिस्तान में अशांति रहती है तो पाकिस्तान को अमेरिका से खैरात भी मिलता रहेगा लिहाजा पाकिस्तान लगातार तालिबान आतंकियों को सपोर्ट करता आ रहा है। और उसी के लिए अफगानिस्तान के राष्ट्रपति पाकिस्तान को फटकार लगाते नजर आ रहे हैं।
संविधान का सम्मान करे पाकिस्तान
राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा कि अफगानिस्तान का संविधान ही अफगानिस्तान के नेताओं के भाग्य का फैसला करेगा और अफगानिस्तान में एक हाथ से दूसरे हाथ में सत्ता का ट्रांसफर अफगानिस्तान की संविधान और लोकतंत्र के हिसाब से होगा और इसको लेकर किसी तरह का कोई समझौता नहीं किया जाएगा। राष्ट्रपति ने कहा कि 'सरकार एक निष्पक्ष, स्वतंत्र, पारदर्शी तरीके से अफगानिस्तान में चुनाव करवाने को लेकर प्रतिबद्ध है और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में विश्वास रखने वाले सभी लोगों से सरकार बातचीत करने को तैयार है।'अफगानिस्तान के राष्ट्रपति ने कहा कि अफगानिस्तान ने इतिहास में काफी आतंक देखा है और हम कह सकते हैं कि अफगानिस्तान में शांति नामुमकिन नहीं है। पाकिस्तान अखबार खामा प्रेस के मुताबिक शांति के लिए संघर्ष करने की जरूरत होती है।