पाकिस्तान की तालिबान से बातचीत पर अफगानिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र में की शिकायत
नई दिल्ली। पाकिस्तान के तलिबान के बातचीत की कोशिशों को अफगानिस्तान ने अपनी संप्रभुता के खिलाफ बताया है। अफगानिस्तान विदेश मंत्रालय ने इसको लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से शिकायत की है। अफगानिस्तान की ओर से कहा गया है कि तालिबान के साथ चर्चा को लेकर उनसे कोई मशविरा पाक की सरकार ने नहीं किया है। अफगानिस्तान ने तालिबान-पाकिस्तान बातचीत को अपनी संप्रभुता के खिलाफ बताते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अफगानिस्तान को लेकर 1988 के रिजॉल्यूशन के भी खिलाफ बताया है।
तालिबान के प्रतिनिधि 18 फरवरी को पाकिस्तान के पीएम इमरान खान और अमेरिका के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक करने जा रहे हैं। इसे अफगानिस्तान में चल रहे टकराव को खत्म करने के लिए बुलाई गई बैठक बताया गया है। तालिबान के प्रवक्ता 14 फरवरी को बताया, पाकिस्तान सरकार के औपचारिक निमंत्रण पर 18 फरवरी को इस्लामी अमीरात और अमेरिका के वार्ताकारों के बीच पाक की राजधानी इस्लामाबाद में एक और बैठक होनी है। वहीं कतर में 25 फरवरी को तालिबान प्रतिनिधि पाक और अमेरिका के अधिकारियों से मिलेंगे। बयान में कहा गया है कि तालिबान का प्रतिनिधिमंडल इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री इमरान खान से भी मुलाकात करेगा।
पाक मीडिया के मुताबिक, तालिबान प्रतिनिधियों का यह दल इस दौरान इस्लामाबाद में मौजूद सउदी प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान से भी बातचीत करेगा। इन मुलाकातों के पीछे अमेरिका का अफगानिस्तान से अपनी सेना वापस बुलाने का इरादा बताया जा रहा है। इस बातचीत में अमेरिकी और पाक के अलावा सउदी अरब और कई खाड़ी देशों की भी भूमिका है।
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